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UAE में IPL खेल रहे क्रिकेटर के पिता की बिगड़ी तबियत, लंबे संघर्ष के बाद बेटा बन पाया था इंडियन टीम का हिस्सा
स्पोर्ट्स डेस्क: क्रिकेट में किस्मत का काफी महत्व होता है। कई लोग सालों मेहनत करने के बाद भी टीम इंडिया में जगह नहीं बना पाते। अभी आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से खेल रहे मनदीप सिंह भी कई सालों संघर्ष करने के बाद टीम इंडिया में जगह बना पाए। जब मनदीप का सिलेक्शन टीम इंडिया में हुआ तो सबसे ज्यादा खुश मनदीप के पिता हुए थे। अभी मनदीप दुबई में आईपीएल खेल रहे हैं। इस बीच उनके पिता हरदेव सिंह की तबियत काफी बिगड़ गई है। मनदीप अगर भारत लौटते हैं, तो आईपीएल के आगे के मैच नहीं खेल पाएंगे। इस बीच कुछ मीडिया संस्थानों ने हरदेव सिंह की मौत की खबर भी चला दी जिसे बाद में उनके बड़े बेटे ने गलत बताया। दुबई में खेल और भारत में पिता के बीच कश्मकश में फंसे मनदीप की संघर्ष की कहानी भी काफी दिलचस्प है...
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किंग्स इलेवन पंजाब के मनदीप सिंह के पिता की तबियत काफी खराब हो गई है। उन्हें फिलहाल वेंटिलेटर पर रखा गया है। वहीं मनदीप अभी दुबई में हैं।
मनदीप के पिता की तबियत तभी खराब हो गई थी जब उन्हें दुबई के लिए निकलना था। लेकिन खुद हरदेव सिंह ने ही मनदीप को टीम के साथ जाने को कहा था।
अब पिता की हालत नाजुक होने पर अगर मनदीप वापस इंडिया आते हैं तो वो शायद आगे मैच नहीं खेल पाएंगे। दुबई से लौटने के बाद दुबारा जाने पर उन्हें फिर क्वारेंटाइन होना पड़ेगा।
बता दें कि मनदीप सिंह किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से खेल रहे हैं। मनदीप के पिता हरदेव सिंह जालंधर में खेल अधिकारी रह चुके हैं। वो अपने समय के जाने-माने एथलीट भी थे।
हरदेव सिंह चाहते थे कि उनकी तरह मनदीप भी एथलीट बने। लेकिन मनदीप का इंट्रेस्ट क्रिकेट की तरफ था। ऐसे में हरदेव ने अपने बेटे को पूरा सपोर्ट किया।
2016 में आखिरकार मनदीप को टीम इंडिया में जगह मिली। उन्होंने जिम्बाम्बे के खिलाफ अपने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत की।
जब काफी समय तक मनदीप को टीम इंडिया में जगह नहीं मिली थी, तब उनके पिता ने कसम खाई कि बेटे का सिलेक्शन होने के बाद ही वो क्रिकेट देखेंगे।
वहीं एक इंटरव्यू में मनदीप के पिता ने खुलासा किया था कि वो ही अपने बेटे के बैंक एकाउंट्स को मॉनिटर करते हैं। और इसे लेकर काफी गर्व महसूस करते हैं।
इस बीच कुछ मीडिया संस्थानों ने हरदेव सिंह की मौत की खबर भी चला दी जिसे बाद में उनके बड़े बेटे ने गलत बताया।