क्या होता है दिशा शूल, किस दिन कौन-सी दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए?
उज्जैन. वैदिक ज्योतिष में यात्रा से संबंधित अनेक नियम बताए गए हैं जैसे किस दिन कौन-सी दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए और अगर यात्रा करना जरूरी हो तो उसके पहले कौन-से उपाय करने चाहिए। इसे दिशा शूल कहते हैं। ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार दिशा शूल में यात्रा करने से दुर्घटना, धन हानि या कार्य में सफलता न मिलने का भय रहता है। आगे जानिए किन दिन कौन-सी दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए और दिशा शूल से बचने के उपाय…
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1. सोमवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि मजबूरी में यात्रा करनी पड़े तो शीशे में अपना चेहरा देखकर या कोई भी पुष्प खा कर घर से निकलना चाहिए।
2. मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि निकलना पड़े तो गुड़ खाकर यात्रा पर जाना चाहिए।
3. बुधवार को भी उत्तर दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि निकलना पड़े तो तिल या धनिया खाकर घर से बाहर निकलें।
4. गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दही या जीरा मुंह में डाल कर निकलें।
5. शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। अगर यात्रा करना जरूरी हो तो जौ या राईं खाकर घर से बाहर निकलें।
6. शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। पूर्व दिशा में यात्रा करना पड़े तो अदरक, उड़द या तिल खाकर घर से निकलें।
7. रविवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दलिया, घी या पान खाकर ही घर से निकलें।