किस ग्रह के साथ मिलकर हमारी लाइफ पर क्या शुभ-अशुभ प्रभाव डालता है राहु, जानिए
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र में राहु को बुरा और अशुभ ग्रह माना गया है। कुंडली में राहु के अशुभ भाव में होने से जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बीमारियां और असफलता पीछा करने लगती हैं। राहु और केतु का संयोग कालसर्प योग का निर्माण करते हैं। आइए जानते हैं राहु और अन्य ग्रहों के साथ जब जब युति बनाता है तब-तब इसका क्या प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है…
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जब-जब राहु और बुध की युति होती है तब व्यक्ति को सिर से संबंधित बीमारियां होने लगती हैं।
जब राहु और चंद्रमा की युति बनती है तो उस योग के कारण व्यक्ति को मानसिक परेशानियां आने लगती हैं।
राहु और गुरु का योग शुभ और अशुभ दोनों तरह का प्रभाव रहता है। जब भी राहु और गुरु की युति बनती है तब ऐसे व्यक्ति की आयु लंबी होती है, लेकिन समय समय पर जीवन में छोटी-छोटी परेशानियां बनी रहती हैं।
जब-जब राहु और मंगल की युति होती है तब अंगारक योग का निर्माण होता है। इस योग के निर्माण से प्रभावित लोगों को खून से संबंधित परेशानियां बढ़ जाती हैं। यह योग भाई के लिए अशुभ रहता है।
जब राहु और शनि का योग बनता है तब व्यक्ति बहुत ही रहस्यमयी हो जाता है। जिन व्यक्तियों की कुंडली में राहु और शनि की युति बन जाती है तब ऐसा व्यक्ति गलत तरीके से पैसे कमाना शुरू कर देता है।
जब भी राहु की युति शुक्र ग्रह के साथ बनती है तब शुक्र का शुभ प्रभाव राहु के कारण समाप्त हो जाता है। शुक्र ग्रह के साथ युति होने पर व्यक्ति गलत संगति का शिकार बन जाता है।
जब कुंडली में राहु और सूर्य का योग बनता है तब इस योग का प्रभाव नकारात्मक रहता है। सूर्य और राहु की युति से पिता और पुत्र में विवाद पैदा होने लगता है।