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Valentine : सिंधिया की पत्नी की वो खासियतें, जिसे देख पहली मुलाकात में दिल दे बैठे थे महाराज, फिर बनी महारानी
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केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी सिंधिया गुजरात के बडौदा, गायकवाड़ मराठा राजघराने से ताल्लुक रखती हैं। साल 1991 में दोनों की पहली मुलाकात एक दोस्त की पार्टी में हुई थी। तब सिंधिया अपना ग्रेजुएशन कंप्लीट कर यूएस से लौटे थे। प्रियदर्शनी को देख ज्योतिरादित्य सिंधिया को पहली नजर में ही उनस प्यार हो गया।
करीब तीन साल तक दोनों के बीच मुलाकातों का सिलसिला चलता है और आखिरकार 12 दिसंबर 1994 को उनकी शादी हो गई। बेशक इनकी अरेंज मैरिज है, लेकिन पहली मुलाकात में ही वे एक-दूसरे से प्यार करने लगे थे और यही कारण है कि इनकी लव स्टोरी की खूब चर्चा होती है।
कहा जाता है कि प्रियदर्शिनी जब महज 13 साल की थीं, तब उनकी मुलाकात ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया से हुई थी और तभी ज्योतिरादित्य की मां ने राजकुमारी प्रियदर्शिनी को ग्वालियर राजघराने की बहू के रूप में चुन लिया था।
प्रियदर्शिनी की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के फोर्ट कॉन्वेंट स्कूल से हुई है और उसके बाद उन्होंने सोफिया कॉलेज फॉर वुमन से पढ़ाई की है। कहा जाता है कि ज्योतिरादित्य के कई फैसलों और राजनीतिक कदम के पीछे पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया का भी हाथ होता है।
ज्योतिरादित्य और प्रियदर्शिनी के दो बच्चे हैं। बेटा महानआर्यमन और बेटी अनन्या। फेमिना ने 2012 में देश की 50 सबसे खूबसूरत महिलाओं में प्रियदर्शिनी को शामिल किया था। इसके अलावा 2008 में उन्हें बेस्ट ड्रेस्ड हॉल ऑफ फेम लिस्ट में भी जगह मिली थी।
एक इंटरव्यू में ज्योतिरादित्य ने बताया था कि प्रियदर्शनी को देखते ही मुझे लगा था कि वो मेरे लिए बनी हैं। परिवार की इच्छा अनुसार दोनों की शादी हुई और शादी के बाद प्रियदर्शनी कुछ समय के लिए अमेरिका चली गईं क्योंकि ज्योतिरादित्य वहीं रहते थे। वहीं प्रियदर्शनी ने भी एक इंटरव्यू में बताया था, कि मेरी उम्र महज 20 साल थी जब मेरा बेटा हुआ था।
प्रियदर्शिनी चुनाव के दौरान खूब सक्रिय देखी जाती हैं। वे पति सिंधिया के लिए वोट मांगती दिखाई देती हैं तो आम जनता के बीच जाकर उनका दुख-दर्द भी बांटती हैं। कई मौको पर उनके स्पीच की भी काफी तारीफ हुई है।
प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया सामाजिक कामों से भी जुड़ी रहती हैं। सिंधिया घराने का सारा कामकाज अकेले प्रियदर्शिनी ही देखती हैं। उनके ग्वालियर के महल का नाम 'जयविलास' है। प्रियदर्शनी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि किसी भी महल में रहना एक फुलटाइम जॉब के बराबर है।
ऐसा कहा जाता है कि, प्रियदर्शिनी चाहती थीं कि उनकी अपनी बेटी परिवार की परंपरा को आगे लेकर जाए और हार्स राइडिंग सीखे। यही कारण है कि उनकी बेटी अनन्या हॉर्स राइंडिंग सीख रही है। अनन्या के पास एक घोड़ा है जिसका नाम गागा है।