कोरोना कैसे फैला? आखिर इस जांच से क्यों कतरा रहा चीन, डब्ल्यूएचओ को फिर बोला- No
- FB
- TW
- Linkdin
Media रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि कोरोना महामारी की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एन्शी नाम की जगह का दौरा करने का प्रस्ताव दिया था। यह जगह वुहान (Wuhan) से छह घंटे की दूरी पर है, जिसे कोरोना महामारी का एपिसेंटर माना जाता है। लेकिन चीन ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
यह पहली बार नहीं है जब चीन ने कोरोना उत्पत्ति के लिए प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय जांचों में रोड़ा अटकाया हो। इसी साल विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम चीन में जांच के लिए पहुंची थी लेकिन उस दौरान भी टीम के सदस्यों की गतिविधियों को सीमित रखा गया था। आखिर में टीम ने निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए और अधिक जांच की जरूरत बताई थी।
इसी साल, अगस्त माह में अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) को बताया था कि कोरोना वायरस को बायोलॉजिकल हथियार नहीं था बल्कि संभवतः यह लैब से लीक हुआ या फिर नेचुरल ट्रांसमिशन था। हालांकि, चीन लगातार इस दावे को खारिज करता रहा है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति उसके देश में हुई।
वुहान के एनिमल फार्म उस समय चर्चा में आए, जब यहां से जानवरों को कानून के खिलाफ जाकर वुहान के बाजार ले जाकर बेचा जा रहा था। वैज्ञानिकों का मानना है कि संभवतः इन जानवरों की वजह से भी वायरस चमगादड़ से इंसानों तक पहुंचा।
चीन की स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिसंबर 2019 में चीन की सरकार द्वारा सार्वजनिक तौर पर कोरोना संक्रमण पाए जाने की पुष्टि के महज आठ दिन पहले ही एन्शी के वेट मार्केट में जिंदा जानवरों की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाई गई थी। मार्च 2020 तक एन्शी के छह वेट मार्केट बंद हो चुके थे।
यह भी पढ़ें: