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जिस दुर्गम गांव में कभी कोई अधिकारी नहीं गया, ये लेडी कलेक्टर 7 किमी पैदल पहाड़ी चढ़कर पहुंची, ये थी वजह
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कलेक्टर वंदना सिंह अकसर गांववालों को दौरा करती रहती हैं, लेकिन इस गांव तक आना उनके लिए भी एक चुनौती था। फिर भी उन्होंने कदम पीछे नहीं हटाए। वे कुछ अधिकारियों को लेकर गांव पहुंचीं और लोगों की समस्याएं सुनीं।
कलेक्टर वंदना सिंह को लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 2015 से गांव तक सड़क पहुंचाने की कोशिश चल रही है। लेकिन फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की तरफ से क्लीयरेंस नहीं मिलने से मामला अटका पड़ा है। कलेक्टर ने खुद इसे सुलझाने का भरोसा दिलाया। कलेक्टर ने गांववालों को भरोसा दिलाया कि उनके खेतों को जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान को बचाने दीवार बनाई जाएगी। साथ ही सिंचाई के लिए एक छोटी झील बनाने का भी वादा किया।
वंदना सिंह आमजनों की छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान को सुलझाने में लगी रहती हैं। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दे रखी है कि किसी भी नागरिक को बेवजह परेशान न किया जाए।
(यह तस्वीर पिछले दिनों की है, जब कलेक्टर वंदना सिंह विकासखंड लमगड़ा के गांवों में निरीक्षण करने पहुंची थीं)
यह तस्वीर जिला अल्मोड़ा प्रशासन ने 24 अप्रैल को twitter पर शेयर की थी। इसमें कलेक्टर वंदना सिंह विकासखंड लमगड़ा के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण करके सरकारी संस्थानों, विद्यालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया था। उन्होंने ग्रामीण जनता व जनप्रतिनिधियों से वार्ता कर जनता की समस्याएं सुनी थीं।
अल्मोड़ा की कलेक्टर वंदना सिंह लगातार दूरस्थ गांवों का दौरा करके लोगों की समस्याएं सुन रही हैं। (यह तस्वीर पिछले दिनों की है, जब कलेक्टर वंदना सिंह विकासखंड लमगड़ा के दुर्गम गांव के स्कूलों में निरीक्षण करने पहुंची थीं)