MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • National News
  • Parle G के कवर पर छपी बच्ची कौन है? हैरान करने वाली है Photo की हकीकत

Parle G के कवर पर छपी बच्ची कौन है? हैरान करने वाली है Photo की हकीकत

नई दिल्ली. कोरोना महामारी में लॉकडाउन की वजह से कई लोगों की नौकरियां गईं, कई कंपनियां बंद होने के कगार पर आ गईं, लेकिन पारले-जी बिस्कुट की इतनी अधिक बिक्री (Parle-G biscuit sales during coronavirus lockdown) हुई है कि पिछले 82 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है। पारले के शेयर 5 प्रतिशत तक बढ़े हैं। कंपनी के मुताबिक 80-90 प्रतिशत ग्रोथ हुई है। ऐसे में बताते हैं कि आखिर लोगों के फेवरेट इस पारले जी के कवर पर छपी तस्वीर किस बच्ची की है? 

2 Min read
Asianet News Hindi
Published : Jun 10 2020, 06:02 PM IST| Updated : Jan 08 2021, 12:43 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
18

5 रुपए में मिलने वाला पारले-जी बिस्कुट का पैकेट प्रवासियों मजदूरों के बीच खूब बांटा गया। किसी ने खुद खरीद के खाया तो किसी को दूसरों ने मदद के तौर पर बिस्कुट बांटे। बहुत से लोगों ने पारले-जी बिस्कुट का स्टॉक जमा कर के रख लिया। 
 

28

लॉकडाउन में जहां कंपनियां औंधे मुंह गिरती रहीं वहीं पारले के शेयर पांच प्रतिशत तक बढ़े हैं। कंपनी ने बिस्कुट के सेल्स आंकड़े तो नहीं बताए हैं मगर कहा कि मार्च, अप्रैल और मई (लॉकडाउन) पिछले 8 दशकों में सबसे अच्छे महीने रहे हैं। पारले प्रोडक्ट्स के कैटेगरी हेड मयंक शाह ने "ईटी" के हवाले से बताया कि कंपनी का कुल मार्केट शेयर (लॉक डाउन के दौरान) करीब 5 प्रतिशत बढ़ा है और इसमें से 90 प्रतिशत तक की ग्रोथ पारले-जी की बिक्री से हुई है।
 

38

पारले प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्मित पारले-जी या पारले ग्लूकोज बिस्कुट भारत के सर्वाधिक लोकप्रिय है। कंपनी का नारा है, जी का मतलब जीनियस (प्रतिभाशाली)। "पारले-जी" नाम को उपनगरीय रेलवे स्टेशन विले पार्ले से लिया गया है जो पार्ले नामक पुराने गांव पर आधारित है। 

48

भारत के ग्लूकोज बिस्किट श्रेणी के 70% बाजार पर इसका कब्जा है, इसके बाद नंबर आता है ब्रिटानिया के टाइगर (17-18%) और आईटीसी के सनफीस्ट (8-9%) का। मुंबई के विले पारले में रहने वाले एक चौहान परिवार ने 1029 में पारले नाम की कंपनी की शुरूआत की। शुरू में तो केक, पेस्ट्री और कुकीज ही बनाया जाता था, लेकिन मार्केट की डिमांड पर बिस्कुट भी बनाना शुरू कर दिया।

58

साल 1939 से पारले ने इंडिया में ही बिस्कुट बनाकर बेचना शुरू कर दिया। 1980 तक यह पारले ग्लूको बिस्कुट के नाम से आता था, लेकिन बाद में  नाम बदलकर पारले-जी रख दिया गया।
 

68

जी का मतलब था ग्लुकोज। अब उसे बदलकर जीनियस कर दिया गया।
 

78

जी के मतलब के साथ कवर फोटो भी बदल दी गई। पहले कवर पर गाएं और ग्वालन बना था, लेकिन बाद के दशक में उस ग्वालन को प्यारी सी बच्ची ने रिप्लेस कर दिया। 
 

88

पारले कंपनी के प्रोडक्ट मैनेजर मयंक जैन का कहना है कि ये किसी असल इंसान की तस्वीर नहीं बल्कि महज इलस्ट्रेशन (सिर्फ एक चित्रण) भर है। 60 के दशक में मगनलाल दहिया नाम के एक आर्टिस्ट ने इसे बनाया था।

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved