PHOTO: कश्मीर के नेताओं के साथ पीएम की बैठक, जानिए किसने क्या कहा
नई दिल्ली. पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के 14 पार्टियों के लीडर के साथ बैठक की। इस बैठक में मोदी ने संदेश दिया कि जम्मू-कश्मीर से दिल्ली और दिल की दूरी कम होगी। उन्होंने परिसीमन के बाद जल्द विधानसभा चुनाव कराए जाने की बात भी कही। आइए फोटोज में देखते हैं पीएम मोदी के साथ कश्मीर के नेताओं के साथ हुई बैठक।
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जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाए जाने के जम्मू-कश्मीर की 14 पार्टी के लीडरों के साथ मीटिंग की। पीएम की मीटिंग करीब साढ़े तीन घंटे चली। बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हुए।
इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद, फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुला, महबूबा मुफ्ती समेत गुपकार अलायंस के बड़े नेता भी थे।
गुलाम बनी आजाद ने बताया कि यह मीटिंग एक अच्छे माहौल में हुई है। मीटिंग में सभी पार्टियों ने पीएम मोदी के सामने पांच मांगे रखी हैं।
1. जम्मू कश्मीर को जल्द मिले पूर्ण राज्य का दर्जा
2. लोकतंत्र बहाल करने के लिए चुनाव हों
3. कश्मीरी पंडितों का पुनर्वास हो
4. सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा किया जाए
5. भूमि, रोजगार की गारंटी शामिल की जाए
पीएम मोदी ने बैठक में कहा- राजनीतिक मतभेद होंगे लेकिन सभी को राष्ट्रहित में काम करना चाहिए ताकि जम्मू-कश्मीर के लोगों को फायदा हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर में सभी के लिए सुरक्षा और सुरक्षा का माहौल सुनिश्चित करने की जरूरत है। पीएम ने कहा कि वह 'दिल्ली की दूरी' और 'दिल की दूरी' को हटाना चाहते हैं।
मीटिंग के बाद जम्मू-कश्मीर की अपनी पार्टी के लीडर अल्ताफ बुखारी ने कहा- आज अच्छे माहौल मीटिंग हुई। प्रधानमंत्री ने सभी नेताओं के मुद्दे सुने। पीएम ने कहा कि परिसीमन प्रक्रिया खत्म होने पर चुनाव प्रक्रिया शुरू होगी।
पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन ने कहा- बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण तरीके से हुई। हम पॉजिटिव तरीके से मिले। उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए कुछ डिलीवरी होगी। मुजफ्फर हुसैन बेग ने कहा- सभी नेताओं ने राज्य का दर्जा देने की मांग की। जिस पर पीएम ने कहा, पहले परिसीमन प्रक्रिया समाप्त होनी चाहिए और फिर अन्य मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा। यह एक संतोषजनक बैठक थी।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम आर्टिकल-370 पर अपनी लड़ाई अदालत में लड़ेंगे। हमने प्रधानमंत्री से भी कहा कि जम्मू-कश्मीर और केंद्र के बीच विश्वास को दोबारा कायम करना आपकी जिम्मेदारी है। जम्मू-कश्मीर को यूनियन टेरेटरी का दर्जा दिया गया है, कश्मीरी इसे पसंद नहीं करते हैं। उमर ने कहा कि प्रधानमंत्री दिल की दूरी कम करना चाहते हैं, लेकिन एक मुलाकात से न दिल की दूरी कम होती है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- जम्मू-कश्मीर को लेकर आज बहुत ही अच्छे सौहार्दपूर्ण माहौल में बैठक हुई। सभी ने लोकतंत्र और संविधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। साथ ही जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने पर जोर दिया गया। बैठक के बाद जानकारी देते हुए कहा कि हम जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमने जम्मू और कश्मीर के भविष्य पर चर्चा की। परिसीमन और चुनाव संसद में किए गए वादे के अनुसार राज्य का दर्जा बहाल करने में महत्वपूर्ण मील के पत्थर हैं।