- Home
- National News
- जय हिंद: 28 फीट ऊंची-6 फीट चौड़ी बोस की ग्रेनाइट मूर्ति ने बदला 'इंडिया गेट' का इतिहास, Interesting Facts
जय हिंद: 28 फीट ऊंची-6 फीट चौड़ी बोस की ग्रेनाइट मूर्ति ने बदला 'इंडिया गेट' का इतिहास, Interesting Facts
नई दिल्ली. इंडिया गेट के इतिहास में एक नया चैप्टर जुड़ गया है। यहां स्थापित भारत की आजादी के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस(Netaji Subhas Chandra Bose) की ग्रेनाइट से बनी 28 फीट ऊंची और 6 फीट चौड़ी ग्रेनाइट की भव्य प्रतिमा ने साबित कर दिया है कि 'भारत बदल' रहा है। PM मोदी ने आज (8 सितंबर) को इस प्रतिमा का अनावरण किया। इससे पहले नेताजी की 125वीं जयंती के अवसर पर पराक्रम दिवस (23 जनवरी) को नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया गया था। एक ऑफिसियल स्टेटमेंट के अनुसार, नेताजी की भव्य प्रतिमा को 280 मीट्रिक टन वजन वाले ग्रेनाइट के एक अखंड ब्लॉक(monolithic block) यानी एक ही पत्थर पर पर तराशा गया है। इसे तैयार करने में 26,000 मानव-घंटे(man-hours) लगे। 65 मीट्रिक टन वजनी मूर्ति का निर्माण करने के लिए ग्रेनाइट मोनोलिथ(granite monolith) मतलब एक ही पत्थर को तराशा गया। पढ़िए दिलचस्प कहानी...
| Published : Sep 08 2022, 08:06 AM IST / Updated: Sep 08 2022, 10:46 PM IST
- FB
- TW
- Linkdin
इस मूर्ति को तैयार करने वाले मूर्तिकारों(sculptors) को ख्यात मूर्तिकार अरुण योगीराज ने लीड किया। मूर्ति का निर्माण मार्डन टूल्स(औजार) की हेल्प से ट्रेडिशनल टेक्निक से किया गया। यानी मूर्ति को तैयार करने में हाथों की कला का ही इस्तेमाल किया गया, मशीन का नहीं।
नेताजी की इस विशाल मूर्ति भारत में सबसे ऊंची, रियलिस्टिक मोनोलिथिक ग्रेनाइट (नेचुरल ग्रेनाइट पत्थर), हैंडमेड स्कल्पचर में से एक है। जिस जगह पर ये मूर्ति स्थापित है, वहां PM मोदी ने 23 जनवरी को होलोग्राम मूर्ति(hologram statue) की अनावरण किया था। अब जानते हैं इंडिया गेट की कहानी...
नई दिल्ली के केंद्र में 42 मीटर ऊंचा इंडिया गेट है। यह उन 70,000 से अधिक भारतीय सैनिकों को शहादत को याद दिलाता है, जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना के लिए लड़ते हुए अपनी कुर्बानी दी थी। जब इंडिया गेट बना, तब यहां यूनाइटेड किंग्डम(UK) के राजा जार्ज पंचम(George V) की प्रतिमा स्थापित की गई थी। उसे बाद में बुराड़ी रोड स्थित कोरोनेशन पार्क (Coronation Park) में शिफ्ट कर दिया गया था। अब इसी चबूतरे(स्तम्भ) पर नेताजी की मूर्ति विराजी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जब 21 जनवरी को इंडिया गेट पर जल रही अमर जवान ज्योति को नेशनल वॉर मेमोरियल की लौ में विलीन यानी मर्ज किया था, तब बोस की प्रतिमा स्थापित करने का ऐलान किया था। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक इंडिया गेट से महज 400 मीटर की दूरी पर स्थित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 फरवरी, 2019 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक देश को सौंपा था।
इंडिया गेट नई दिल्ली के राजपथ(इस अब कर्तव्यपथ के नाम से जाना जाएगा) पर स्थित 42 मीटर ऊंचा विशाल युद्ध स्मारक प्रतीक है। यह स्वतंत्र भारत का राष्ट्रीय स्मारक है, जिसे पूर्व में किंग्सवे कहा जाता था। इसका डिजाइन सर एडवर्ड लुटियन्स ने तैयार किया था। यह स्मारक पेरिस के आर्क डे ट्रॉयम्फ़ से प्रेरित है। इसे सन् 1931 में बनाया गया था।
इंडिया गेट स्मारक लाल और पीले बलुआ पत्थरों से बना हुआ दर्शनीय स्थल है। जार्ज पंचम की मूर्ति शिफ्ट किए जाने के बाद यह एक छतरी भर बनकर रह गई थी, जिसमें नेताजी की मूर्ति बैठाई गई है।