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'जीत को सिर पर चढ़ने ना दो, हार को मन में बसने ना दो', PM Modi की ये 5 बातें जिंदगी भर याद रखेंगे ओलंपिक एथलीट
स्पोर्ट्स डेस्क : टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले दल (Indian contingent) के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने खास मुलाकात की। नई दिल्ली में पीएम आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर हुए इस कार्यक्रम में पीएम ने अपने वादे के मुताबिक खिलाड़ियों को आइसक्रीम भी खिलाई और काफी देर तक खिलाड़ियों से चर्चा भी की। इस दौरान एथलीटों को अलग-अलग टेबल पर बैठाया गया और पीएम एक टेबल से दूसरे टेबल पर गए और खिलाड़ियों के साथ समय बिताया। बुधवार को इस कार्यक्रम का प्रसारण किया। इस दौरान पीएम ने खिलाड़ियों से क्या चर्चा की, आइए आपको बताते हैं, उनकी बातचीत के वो 5 महत्वपूर्ण प्वाइंट जो खिलाड़ियों को जिंदगी भर याद रहेंगे...
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पीएम ने एथलीटों से कहा कि 'खेल को स्वभाव का हिस्सा बनाना है' किसी भी एथलीट को कभी भी मैदान नहीं छोड़ना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि हर खिलाड़ी मुझे लिखता रहें और अपनी प्रतिक्रिया के साथ-साथ खेल सुविधाओं में सुधार के बारे में सुझाव भी दें।
'जीत को सिर पर चढ़ने ना दो, हार को मन में बसने ना दो।'- पीएम मोदी
चर्चा के दौरान महिलाओं की हॉकी, निशानेबाजों, तीरंदाजों और तैराकों ने अपने प्रदर्शन को लेकर माफी मांगी। जिसपर पीएम ने उनका मनोबल बढ़ाया और कहा कि 'उनका खेलों में जाना भारत के लिए बड़े गर्व की बात है और खेलों में जीत-हार सामान्य है।' उन्होंने खिलाड़ियों को आश्वासन दिया कि उनमें से हर एक चैंपियन है।
एथलीटों से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने एक महत्वपूर्ण बदलाव को लेकर कहा कि- जब माता-पिता अपने बच्चों को खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे, तो खिलाड़ियों को काफी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि खेल खेलने वाले युवाओं में सबसे बड़ी बाधाओं में से एक उनके माता-पिता का प्रतिरोध है, जो महसूस करते हैं कि खेल न तो स्थिर है और न ही आकर्षक। ऐसे में माता-पिता को अपने बच्चों के फैसले का सम्मान करना चाहिए।
पीएम ने खिलाड़ियों से कहा कि वह 15 अगस्त 2023 तक 75 स्कूलों का दौरा करें और वहां दो पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अनिरोध करें- कुपोषण को दूर करना (स्वस्थ और स्वादिष्ट भोजन खाने की आवश्यकता बताना) और बच्चों के साथ खेलना ताकि खेल के प्रति जिज्ञासा बढ़े। उन्होंने कहा कि जब युवा छात्र अपने स्पोर्ट्स हीरो को अपने स्कूलों में देखते हैं, तो यह उनपर अच्छा प्रभाव डालता है।
इतना ही नहीं पीएम ने बॉक्सर लवलीना की मां का हालचाल जाना। उन्होंने ट्रक ड्राइवरों को सम्मानित करने के लिए मीराबाई चानू की सराहना की। पीएम ने रेसलर रवि दहिया को ज्यादा हंसने और खुश रहने को भी कहा। साथ ही विनेश फोगट को खुद पर गुस्सा और निराश होना बंद करने सलाह दी। साथ ही खेल के प्रति उनके परिवार के प्रयासों की सराहना की। वहीं, पीवी सिंधु के कोरियाई कोच को कोरिया और अयोध्या के ऐतिहासिक संबंधों को ध्यान में रखते हुए अयोध्या का दौरा करने को कहा।