- Home
- States
- Other State News
- उत्तराखंड में कुदरत का कहर: 5 लोगों की मौत, तो कई उफनते नाले में फंसे..अपने ही घर में जमींदोज हो गए लोग
उत्तराखंड में कुदरत का कहर: 5 लोगों की मौत, तो कई उफनते नाले में फंसे..अपने ही घर में जमींदोज हो गए लोग
देहरादून (उत्तराखंड).मॉनसून की विदाई के बाद भी कई राज्यों में बारिश का कहर जारी है। सबसे ज्यादा बुरा हाल केरल और उत्तराखंड का है। जहां जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उत्तराखंड में बारिश के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पानी गिरने और तेज हावाओं के चलते अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है। बाढ़ और भूस्खलन के चलते कई लोगों की जिंदगी खतरे में है। वहीं कुदरत के कहर से अब तक 5 लोगों की मौत होने की खबर है। वहीं कई टूरिस्ट पहाड़ी इलाकों में फंसे हैं। तस्वीरों में देखिए किस तरह खतरे में आई जिंदगी
- FB
- TW
- Linkdin
दरअसल, उत्तराखंड में पिछले दो दिन से भारी भारिश का दौर जारी है। दर्जनों मकान बाढ़ और भूस्खलन के चलते गिर गए हैं। सैंकड़ों लोग अपने घरों से बेघर हो गए हैं। आलम यह हो गया है कि जो टूरिस्ट घूमने के इरादे से आए हुए हैं उनकी जिंदगी खतरे में पड़ गई है। देहरादून से लेकर केदारनाथ और बद्रीनाथ में लोग जगह-जगह फंसे हैं।
कुदरत के कहर के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जहां बद्रीनाथ नेशनल हाईवे के पास उफनते लंबागढ़ नाले में एक कार पानी के बीच में फंस गई। हालांकि रेस्क्यू टीम ने कड़ी मश्क्कत के बाद कार को क्रेन की मदद से निकाल लिया। कार में यात्री भी सवार थे। भूस्खलन के चलते कार नाले में पत्थरों की वजह से फंस गई थी।
बता दें कि सोमवार को रेस्कयू टीम ने केदारनाथ से लौटते समय भारी बारिश के जंग चट्टी में फंसे करीब 22 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। स्थानीय प्रशासन ने इन लोगों को गौरीकुंड शिफ्ट किया गया है। इनमें कई बुजुर्ग भी थे स्ट्रेचर की मदद से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया।
जोरदार बारिश और बाढ़ के चलते कई मकान बह गए। यह तस्वीर अल्मोड़ा भिकियासैंण तहसील के रापड गांव की है। जहां बारिश आफत बनकर बरस रही है। पहाड़ी से मलबा आने के कारण एक मकान ध्वस्त हो गया। हादसे में तीन लोग जमींदोज हो गए। कुछ लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई। एसडीआरएफ की टीम मौके पर रेस्क्यू कर रही है।
मूसलाधार बारिश के चलते राज्य की सभी नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। सड़कों पर घुटनों से ऊपर तक पानी भर चुका है। जगह-जगह रास्तों पर मलबा और चट्टानें पड़ी हुई हैं। उत्तराखंड सरकार ने मौसम ठीक होने तक चारधाम यात्रा को भी रोक दिया है। हिमालय के मंदिरों की तरफ जाने वाले वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई है। उत्तराखंड में नैनीताल झील अपने स्तर से ऊपर बह रही है।