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देश की खातिर 3 दिन पहले हुई भाई की शादी में नहीं आया था जवान, अब तिंरगे में लिपटा घर आएगा शव
मनसा (पंजाब). लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार देर रात भारतीय सेना के साथ चीन के सैनिकों की झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। इन शहीदों में पंजाब की वीर सपूत गुरतेज सिंह का नाम भी शामिल है। जो देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया। बता दें कि तीन पहले ही गुरतेज सिंह के बड़े भाई की शादी हुई है।
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शहीद गुरतेज सिंह मानसा जिले के 'वीरे वाला डोकरा' गांव का रहने वाला था। गुरतेज सिंह के परिवार में माता-पिता और तीन भाई हैं। वह अपने भाइयों में 23 सबसे छोटा था। जानकारी के मुतबिक, वह दो साल ही सेना में भर्ती हुआ था।
शहीद गुरतेज सिंह के बड़े भाई की तीन दिन पहले ही शादी हुई है। भारत-चीन सीमा पर तनाव की वजह से वह इस शादी में शामिल नहीं हो पाया था। घर में शादी के चलते खुशियों का माहौल था, लेकिन, मंगलवार सुबह जब गुरतेज सिंह की शहादत की खबर आई तो पूरे गांव में मातम पसर गया।
जवान के शहादत की खबर के बाद न सिर्फ गांव और मानसा जिले में, बल्कि पूरे पंजाब राज्य में शोक का माहौल है। फौज में भर्ती होने के बाद इन दिनों गुरतेज सिंह पहली बार लेह-लद्दाख में तैनात हुआ था।
जैसे ही जवान के शहादत की खबर गांव में पता चली तो पूरा माहौल गमगीन हो गया है। शहीद के के परिवार को ढांढस बंधाने के लिए लोगों की भीड़ जमा होने लगी है।
चीनी सैनिकों से मुठभेड़ में पंजाब के यह चार जवान भी शहीद हो गए। पटियाला गुरदासपुर संगरूर और मानसा के इन जवानों की शहादत से पंजाब में मातम है।
बता दें कि शहीद जवानों के पार्थिव शरीर आने में शायद एक-दो दिन लग जाएंगे।