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इस गाय जैसी किस्मत दुनिया में किसी और की नहीं, खाती है देशी घी के लड्डू-करोड़ों के घर में रहती है...
जालौर( jalore).आमतौर पर हमने गायों को सड़क पर घूमते हुए देखा होगा। या फिर खाने के लिए दर दर भटकते हुए देखा होगा। लेकिन राजस्थान की 1 गाय ऐसी भी है। जो एक करोड़ रुपए के बंगले में रहती है। चौंकिए मत गाय देशी घी के लड्डू भी खाती है। साथ ही 4 लोग सेवा घंटे इस गाय की सेवा में लगे रहते हैं। इतना ही नही अगर गाय की थोड़ी सी भी तबीयत खराब होती है तो डॉक्टरों की विशेष टीम गाय के इलाज के लिए आती है। यह गाय राधा है। जो राजस्थान के जालौर जिले की रानीवाड़ा की है। तस्वीरों में देखिए गौ माता के ठाठ....
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जालोर जिले के रहने वाले एक बिजनेसमैन नरेंद्र पुरोहित जो कि मुंबई महानगर पालिका में कॉन्ट्रैक्टर है। उन्हे बचपन से ही गायों से लगाव था। वह पास की ही एक पथमेड़ा गौशाला में भी आया जाया करते थे।
बिजमैन को करीब 7 साल पहले रोज रोज गौशाला जाने के कारण गाय पालने का विचार आया। और बस उसी दिन वो गौशाला से एक गाय लेकर आ गए। शाही लवाजमे के साथ गाय को घर पर लाया गया।
नरेंद्र ने अपने गुरु महाराज से आशीर्वाद लेकर गाय का नाम राधा रखा। इसके बाद से गाय की सेवा करना शुरू कर दिया। गाय लाने के बाद से ही नरेंद्र पुरोहित का बिजनेस और भी अच्छा हो गया।
बिजनेस अच्छा होने के बाद वह अपनी गाय राधा के भक्त हो गए और फिर राधा उनके परिवार की एक सदस्य ही हो गई। अब नरेंद्र के साथ ही साथ रोजाना पूरा परिवार गाय राधा की आरती भी करता है।
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गौ माता के लिए करीब 266 गज के एक प्लॉट में करीब एक करोड़ रुपए की लागत का मकान भी बनवाया गया। इसमें निगरानी के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं।इसके साथ ही गाय पूरे दिन घर के एक कमरे से दूसरे कमरे में घूमती रहती है।
गाय को नहलाने से लेकर मालिश करने तक स्टाफ लगा हुआ है। हाल ही में जहां राजस्थान में लंपी महामारी का प्रकोप शुरू हुआ तो गाय राधा भी इसकी चपेट में आई। लेकिन परिवार की प्रार्थना के आगे भगवान भी नमस्तक हुए और गाय राधा पूरी तरह से ठीक हो गई।
शुरु शुरु में तो गाय को सूखा चारा दिया जाता था। लेकिन उसके बाद गाय को लापसी और देसी घी से बने लड्डू खिलाना शुरू किया गया। गाय लड्डू और लापसी कि इतनी मुरीद हो चुकी है कि यदि उसे और कोई खाना खिलाया जाए तो वह खाती तक नहीं है।
उद्योगपति नरेंद्र ने 4 महीने पहले अहमदाबाद में इलेक्ट्रिक दुपहिया वाहनों की फैक्ट्री भी शुरू की। बकायदा इसमें गाय की नस्ल सुरभि के नाम से इलेक्ट्रिक बाइक को नाम भी दिया गया।