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बाल विवाह के 7 साल बाद सुहागरात मनाना चाहता था पति, लेकिन पत्नी को मर्दों में कोई रुचि नहीं थी
जोधपुर, राजस्थान. पत्नी के समलैंगिक संबंधों में रोड़ा बन रहे पति को अपनी जान गंवानी पड़ गई। पत्नी ने अपनी दो बहनों और बहन के एक पुरुष फ्रेंड के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। इसके बाद इलेक्ट्रिक कटर से लाश के टुकड़े करके उन्हें पॉलिथीन में भरकर शहर के नांदड़ी स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में फेंक दिया। दिल दहलाने वाली इस घटना को 10 अगस्त के दिन अंजाम दिया गया था। लेकिन पुलिस को इसके बारे में दो दिन बाद पता चला। पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की और फिर 48 घंटे बाद इस सनसनीखेज मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठा दिया। इस हत्याकांड में मृतक चरण सिंह उर्फ सुशील जाट की पत्नी सीमा और उसकी बहनों बबीता प्रियंका के अलावा प्रियंका का दोस्त भियाराम को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि सीमा और सुशील का 2013 में बाल विवाह हुआ था। 7 साल के इंतजार के बाद सुशील सीमा को गौना कराकर ससुराल लाना चाहता था। वो सीमा से वैवाहिक संबंध बनाने का इच्छुक था। लेकिन सीमा पति के छूनेमात्र से चिढ़ जाती थी। जब सुशील को शक हुआ, तब मालूम चला कि सीमा समलैंगिक है। उसके कई लड़कियों से संबंध है। इस पर सुशील उसे घर लाने का दबाव बनाने लगा। इससे गुस्साई सीमा ने पति को अपने घर बुलाकर नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद कई तरह के इंजेक्शन लगा दिए। फिर बॉडी को काटकर फिंकवा दिया। पढ़िए चौंकाने वाली मर्डर मिस्ट्री...
| Published : Aug 14 2020, 01:43 PM IST / Updated: Aug 14 2020, 01:44 PM IST
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सुशील मेड़ता सिटी के निकट खाकड़की में रहता था। डीसीपी ईस्ट धर्मेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि उसके हाथ-पांव और सिर अलग-अलग प्लास्टिक बैग में मिले थे। प्लास्टिक बैग पर छपे दुकान के नाम के आधार पर पुलिस दुकानदार तक पहुंची। इसके बाद मृतक की पहचान हो सकी।
सीमा अपनी बहनों के साथ जोधपुर के नांदड़ी इलाके में किराये से रहती है। एक अन्य आरोपी भियाराम और सीमा की बहन प्रियंका किसी कंपनी में साथ में काम करते हैं। बहनों को सीमा के समलैंगिक संबंधों का पता था। इसलिए उन्होंने इस हत्याकांड में सीमा का साथ देने का फैसला किया। लाश के टुकड़े भियाराम की कार में रखकर फेंके गए थे।
आरोपी सीमा ने माना कि सुशील उसे वैवाहिक संबंध बनाने का दबाव बना रहा था। जबकि उसे मर्दों में कोई रुचि नहीं है। इसी वजह से वो गौना कराकर ससुराल जाना नहीं चाहती थी। जब सुशील जिद पर अड़ा, तो उसने हत्या करने का प्लान बनाया। सीमा अपनी बहनों में सबसे छोटी है। वो वेटनरी नर्स है। अभी वो एक जगह नौकरी कर रही थी। बड़ी बहन बबीता एएनएम के बाद बीए कर रही थी। साथ ही वो नौकरी भी करती है। प्रियंका ने बीए किया है। हैरानी की बात यह है कि सीमा की दोनों बहनें भी अपने पति को छोड़कर अलग रह रही थीं।
27 वर्षीय सुशील का दो महीने पहले ही कृषि विभाग में एएओ पद पर चयन हुआ था। वो डेगाना के खुड़ी पंडवाला में पोस्टेड था। यह नौकरी ज्वाइन करने से पहले वो बैंक में था।
जिस प्लास्टिक बैग में लाश के टुकड़े रखे गए थे, उसके जरिये पुलिस आरोपी तक पहुंची। आरोपियों ने कबूला कि उन्होंने ही यह हत्या की है।