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Katrina Kaif Vicky Marriage:शादी के बाद 700 सीढ़ियां चढ़ इस मंदिर में जाएंगे विक्की-कटरीना! जहां होते चमत्कार
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दरअसल, विक्की-कैटरीना के जिस मंदिर में जाने की चर्चा हो रही है वो मंदिर सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा गांव में अरावली पहाड़ की चोटी पर बना हुआ है। यहां से कुछ ही दूरी पर सिक्स सेंसेस फोर्ट है। यहां जाने के लिए हर जोड़े को करीब 700 सीढ़ियां चढ़ना होती हैं। यहां माता पार्वती विराजमान हैं, जिन्हें चौथ माता के नाम से जाना जाता है। गांव के लोग बात कर रहे हैं कि अब यहां विक्की-कैटरीना आने वाले हैं।
बता दें कि चौथ माता के इस 568 साल पुराने मंदिर को राजा भीम सिंह ने 1451 में बनवाया था। जहां मां पार्वती की स्थापना की थी। जो कि अरावली पहाड़ पर 1000 फीट की ऊंचाई पर बना है। चौथ माता हिंदू धर्म की प्रमुख देवी मानी जाती है और यह मंदिर राजस्थान का सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। यहां दर्शन करने के लिए कई बड़े बिजनेमैन से लेकर सेलिब्रिटि तक आ चुके हैं।
यहां के लोगों का कहना है कि अगर आप बरवाड़ा में शादी कर रहे हैं तो यहां आना ही पड़ता है। क्योंकि चौथ माता के दर्शन और आशीर्वाद के बगैर विवाह की रस्म को पूरा नहीं माना जाती हैं। इतना ही नहीं शादी करने से पहले भी देवी मां के चरणों में निमंत्रण भी दिया जाता है ताकि उनका विवाह शुभ हो। इस मंदिर में सुहागिनें अपने पति की रक्षा के लिए प्रार्थना करती हैं। चौथ माता की पूजा करने से अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है और दाम्पत्य जीवन में भी सुख बढ़ता है।
यहां के लोगों का कहना है कि अगर आप बरवाड़ा में शादी कर रहे हैं तो यहां आना ही पड़ता है। क्योंकि चौथ माता के दर्शन और आशीर्वाद के बगैर विवाह की रस्म को पूरा नहीं माना जाती हैं। इतना ही नहीं शादी करने से पहले भी देवी मां के चरणों में निमंत्रण भी दिया जाता है ताकि उनका विवाह शुभ हो। इस मंदिर में सुहागिनें अपने पति की रक्षा के लिए प्रार्थना करती हैं। चौथ माता की पूजा करने से अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है और दाम्पत्य जीवन में भी सुख बढ़ता है।
इस मंदिर परिसर में देवी की मूर्ति के अलावा, भगवान गणेश और भैरव की मूर्तियां भी हैं। हाड़ौती क्षेत्र के लोग हर शुभ कार्य से पहले चौथ माता को निमंत्रण देते हैं। प्रगाढ़ आस्था के कारण बूंदी राजघराने के समय से ही इसे कुल देवी के रूप में पूजा जाता है। इतना ही नहीं, माता के नाम पर कोटा में चौथ माता बाजार भी है।
बता दें कि नवरात्रि और करवा चौथ के समय यहां दर्शन करने वालों की ज्यादा भीड़ होती है। नवरात्र में यहां बड़ा मेला भी लगता है। अक्सर यहां पर सुहागिनों अपने पति की रक्षा हेतु मां की पूजा करने के लिए जाती हैं। इस मंदिर जाने के लिए आपको पहले आपोक जयपुर पहुंचान होगा। यहां से चौथ का बरवाड़ा से 130 किमी दूर है। सवाई माधोपुर पहुंचना होगा, जयपुर से यहां तक लोकल ट्रेन चलती हैं।