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पहले की तीन संतानों का चेहरा देखकर डर गई थी मां, लेकिन इस बेबी को पाकर खुशी से रो पड़ी
बाड़मेर, राजस्थान. पिछली तीन संतानों को खोने के बाद मां को उम्मीद नहीं थी कि उसकी चौथी संतान भी डरावनी नहीं होगी। लेकिन डॉक्टरों की मेहनत से चौथी बेबी एकदम स्वस्थ हुई। दरअसल, बाड़मेर के सरुपे का तला निवासी एक महिला को लगातार तीन कोलेडियन बेबी जन्मी। यह एक जेनेटिक डिस आर्डर है। इसमें बच्चे की स्किन प्लास्टिक की तरह लगती है। इसलिए आम बोलचाल की भाषा में ऐसे बच्चों को प्लास्टिक डॉल भी कहते हैं। यह दुनिया में 10 लाख में से कोई एक बच्चा होता है। हालांकि ऐसे बच्चे ज्यादा नहीं जी पाते। इस महिला के साथ भी ऐसा ही हुआ। लेकिन इस बार जन्म स्वस्थ्य बेबी का जन्म हुआ, तो महिला ने इसे किसी चमत्कार से कम नहीं माना।
| Published : Nov 25 2020, 10:23 AM IST
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पहले जानें क्या है कोलेडियन बेबी
ऐसे बच्चे का मुंह और होंठ मछली जैसा होता है। इसकी चमड़ी लगातार उतरती रहती है। जब यह बच्चा रोता है, तो उसकी चमड़ी फटने लगती है। मां-बाप के गुणसूत्रों में संक्रमण से ऐसे बच्चे जन्मते हैं। इनकी स्किन रबड़ की तरह होती है। पहला कोलेडियन बेबी वर्ष 2014, जबकि दूसरा 2017 में जन्मा था।
(तस्वीर में बाड़मेर की स्वस्थ्य बच्ची)
बाड़मेर के एक निजी अस्पताल में इस बच्ची का जन्म हुआ। डॉ. राहुल बम्बानिया ने बताया कि महिला के स्वास्थ्य पर पिछले एक साल से नजर रखी जा रही थी। उसका लगातार ट्रीटमेंट चल रहा था।
हनीफा ने पिछले 4 साल में तीन कोलेडियन बेबी को जन्म दिया। तीनों ही कुछ दिनों में चल बसे। इसलिए इस बेबी के जन्म के समय भी वो घबराई हुई थी।
डॉक्टर को भी आशंका थी कि कहीं हनीफा की चौथी संतान भी कोलेडियन बेबी न निकले। लेकिन सब ठीक रहा।
बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है। उसका चेहरा देखकर मां की आंखों से खुशी के आंसू निकल आए।