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नमन तुम्हें हे वीर : सीकर में शहीद नाथूराम की पुण्यतिथि पर लगा मेला, शहादत को याद कर हर कोई रो पड़ा
सीकर : शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा... जगदंबा प्रसाद मिश्र की ये कविता सोमवार को राजस्थान (Rajasthan) के सीकर (Sikar) में साकार हो उठी। जहां रींगस इलाके के दादिया रामपुरा गांव में शहीद नाथूराम महला की छठी पुण्यतिथि पर शहीद मेले का आयोजन किया गया। जिसमें सैंकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। इस दौरान सभी ने शहीद स्मारक पहुंचकर शहीद नाथूराम को नमन किया और उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनकी वीरता को याद किया। शहीद स्मारक को तिरंगे झंडों और फूलों से सजाया गया। इस दौरान शहीद के माता-पिता का सम्मान किया गया। तस्वीरों में देखिए शहीद का सम्मान..
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36 साल के नाथूराम महला 11 अप्रैल 2016 में सियाचीन में 18500 मीटर की ऊंचाई पर शहीद हुए थे। जहां बर्फीले पहाड़ों के बीच खराब मौसम में ऑक्सीजन की कमी के चलते उनकी शहादत हो गई थी। उस वक्त पूरे गांव में मातम छा गया था।
शहीद की पार्थिव देह के साथ आए सेना के सूबेदार महेन्द्रसिंह ने बताया था कि नाथूराम महला के दल की सियाचीन ग्लेशियर पर 90 दिन की ड्यूटी थी। जो तीन दिन बाद पूरी होने वाली थी। लेकिन इससे पहले ही अचानक बिगड़े मौसम से नाथूराम महला शहीद हो गए।
उनकी पुण्यतिथि पर मेले का आयोजन किया गया। मेले में सांसद सुमेधानंद सरस्वती, पूर्व चिकित्सा राज्य मंत्री बंशीधर बाजिया, कांग्रेस नेता सुभाष मील सहित कई जनप्रतिनिधि, पूर्व सैनिक और ग्रामीणों मौजूद रहे। सभी ने शहीद नाथूराम को नमन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह दौड़ प्रतियोगिता से हुई। जिसमें काफी संख्या में आसपास के गांव और स्कूली बच्चे शामिल हुए। प्रतियोगिता के तीन विजेताओं को पुरुस्कृत भी किया गया। इस दौरान बच्चों ने सलामी भी दी। गांव के लोगों ने तालियां बजाकर उनका उत्साह बढ़ाया।
कार्यक्रम में सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने शहीद स्मारक के पास जिम सेंटर खोलने की घोषणा की। उन्होंने एकता के जाति, धर्म और पंथ से ऊपर उठकर इस तरह के आयोजनों को करते रहने की अपील भी की। पूर्व चिकित्सा राज्य मंत्री बंशीधर बाजिया ने शहीद स्मारक के विकास की बात कहते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
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