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गर्भवती पत्नी को नहीं पता कश्मीर में शहीद हो गया है पति, बूढ़े मां-बाप भी देख हैं बेटे के वापस आने के सपने
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सुभाष चंद्र का जन्म 10 जुलाई 1993 को गांव में ही हुआ था। उसे शुरू से ही सेना में जाने का जूनून था। 2012 की भर्ती में उनका ITBP में सिलेक्शन हुआ। 2013 अप्रैल में उन्होंने नौकरी ज्वाइन की।
फैमली में कौन-कौन
सुभाष के एक छोटा भाई मुकेश और एक बहन सरोज है। मुकेश मजदूरी करता है। बहन ने दसवीं क्लास पास की है। शहीद के माता-पिता गांव में ही खेती औऱ किसानी का काम करते हैं।
शहीद की पत्नी सरला को अभी तक इस बात की जानकारी नहीं है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हादसे में उसका पति शहीद हो गया है। सेना के अधिकारियों ने जब उसे फोन किया तो फोन उसका भाई उठा लेता है।
शहीद की पत्नी का नाम सरला है। जानकारी के अनुसार, वह रीट लेवल वन का एग्जाम क्लियर कर चुकी है और आगे की तैयारी के लिए अपने मायके में रहती है। जानकरी के अनुसार, वो 8 महीने की गर्भवती है।
4 साल पहले हुई थी शादी
सरला और सुभाष की शादी 8 मार्च 2018 को हुई थी। दोनों शादी के बाद अपने रिश्ते से काफी खुश थे। जब भी सुभाष छुट्टियों में आता था वह अक्सर अपनी पत्नी को लेकर बाहर जाता था।
कैसे हुआ था हादसा
बता दें कि कश्मीर के पहलगाम के पास हुए एक सड़क हादसे में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के करीब 7 जवानों की मौत हो गई थी। जबकि 35 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जवानों की ड्यूटी अमरनाथ में लगी थी। जब जवान ड्यूटी से वापस आ रहे थे तभी फ्रिसलन के पास ड्राइवर का नियंत्रण बस से खो गया और बस एक खाई में जा गिरी।
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