MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • States
  • Rajasthan
  • 1500 से ज्यादा कपड़े, AC रूम, ATM कार्ड, डॉगी ने भरी मकान की नींव और पसंद की कार...ऐसा था 'कैप्टन' का जलवा

1500 से ज्यादा कपड़े, AC रूम, ATM कार्ड, डॉगी ने भरी मकान की नींव और पसंद की कार...ऐसा था 'कैप्टन' का जलवा

सीकर (राजस्थान). अभी तक आपने इंसान के सबसे वफादार माने जाने वाले डॉगी के बारे में कई ऐसी काहानियां सुनी होंगी, जहां मालिक उसे अपनी संतान की तरह प्रेम करने लगता है। लेकिन राजस्थान के सीकर जिले से कुत्ते के प्रेम का एक बेहद अनूठा मामला सामने आया है। जो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां एक व्यवसायी ने अपने बीमार कुत्ते को बचाने की भरपूर कोशिश की, तमाम जगह इलाज करवाया, हजारों रुपए खर्च कर दिए। फिर वो उसे नहीं बचा पाया। जब उसकी मौत हो गई तो मालिक पूरे रीति-रिवाज से उसका अंतिम संस्कार किया। पढ़िए इंसान और डॉग के प्रेम की अनूठी कहानी, जिनकी दोस्ती जान आ जाएंगे आंसू...

2 Min read
Asianet News Hindi
Published : Apr 02 2022, 05:21 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
15

दरअसल, फतेहपुर कस्बे में रहने वाले अमित गौड़ अपने  लेब्रा प्रजाति के कुत्ते से बहुत प्यार करते थे। उन्होंने अपने इस डॉग का नाम कैप्टन रखा था। वह उसे एक कैप्टन की तरह ही संभालते थे। उसका इंसानों की तरह हर शौक पूरा करते थे। उसके लिए उन्होंने 1500 से ज्यादा कपड़े बनवाए थे। इतना ही नहीं उसके लिए AC रूम और उसके नाम का ATM कार्ड तक बनवाया था। लेकिन  केंसर की वजह उसकी 30 मार्च को मौत हो गई। इस खबर के बाद अमित का दिल ऐसा टूट गया जैसे उसका कोई अपना उसके बीच से चला गया हो।

25

अमित गौड़ को अपने पालतु कुत्ते से इतना लगाव था कि उसकी मौत होने पर उसने अपने सिर का मुंडन करवाया। इसके बाद उसे नहलाकर मुंह में स्वर्ण डालकर घर में ही अंतिम संस्कार कर उसकी समाधि बनाई। इतना ही नहीं उसकी तस्वीर रखकर बकायदा तीन दिन तक श्रद्धांजलि सभा, भजन- हवन व भोज का आयोजन किया। धर्मशालाओं व मंदिरों में दान- पूण्य के अलावा गरीबों को भी भोजन कराया गया।  अब समाधि पर मूर्ति लगाने की भी तैयारी कर ली है। 

35

कैप्टन के केंसर घोषित होने पर अमित ने उसके  इलाज में ढाई लाख रुपए खर्च कर दिए। जयपुर व दिल्ली में उपचार करवाने के अलावा उसकी अमेरिका से दवा भी मंगवाई गई। लेकिन, फिर भी उसे बचाया नहीं जा सका। 

45

अमित गौड कैप्टन को 2015 में दिल्ली से लाए थे। तब से उसे परिवार के सदस्य की तरह रखा गया। वह परिवार के लिए इतना महत्वपूर्ण था कि फतेहपुर में निर्माणाधीन नए भवन की नींव भी अशोक ने उसी के हाथों लगवाई। यहां तक की बेटी की शादी की कार भी शॉरूम पर कैप्टन ने ही सूंघकर पसंद की। अमित गौड़ के साथ बैड पर ही सोने व रहने- खाने वाला कैप्टन पूरी तरह से प्रशिक्षित था।

55

तीन बच्चों के पिता अमित  कैप्टन को बेटे की तरह रखते। उसके लिए अलग एसी रूम था। उसके लिए 1500 से ज्यादा कपड़े व ढेरों खिलौने मंगवा रखे थे। खास बात ये भी थी कि शादी- समारोह में भी उसे परिवार का ड्रेस कोड पहनाया जाता था। उसके खर्च के लिए बकायदा अलग से बैंक एकाउंट खुलवाकर एटीएम बनवा रखा था। हर साल 30 दिसंबर को कैप्टन का जन्म दिन धूमधाम मनाया जाता था। हिंदी, अंग्रेजी व मारवाड़ी भाषा समझने वाला कैप्टन को विशेष अवसरों पर सोने की चैन पहनाई जाती थी।

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved