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हम काले हैं, तो क्या हुआ? दुनिया की सबसे डार्क महिलाएं, 10 फैक्ट के जरिए जानिए कौन हैं ये अन्युआक लोग

ट्रेंडिंग न्यूज. ये है अन्युआक जनजाति। जो सूडान और इथियोपिया सहित पूर्वी अफ्रीका तक फैली है। ये दुनिया की सबसे काली जनजाति(world's darkest tribe) में शुमार है। अन्युआक (Anyuak) जिसे Anyua(अन्युआ) और Anywaa के नाम से भी जाना जाता है, पूर्वी अफ्रीका के कुछ हिस्सों में रहने वाले लुओ निलोटिक जातीय समूह(Luo Nilotic ethnic group ) हैं। अनुक बड़े लुओ परिवार समूह से संबंधित हैं। उनकी भाषा को धा-अनवा कहा जाता है। वे मुख्य रूप से पश्चिमी इथियोपिया, दक्षिण सूडान और सूडान में गैम्बेला क्षेत्र में पाए जाते हैं।  पढ़िए अन्युक समुदाय से जुड़े 12 दिलचस्प फैक्ट्स

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Amitabh Budholiya
Published : Oct 21 2022, 09:53 AM IST| Updated : Oct 21 2022, 09:57 AM IST
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1. माना जाता है कि दुनियाभर मे समूह के सदस्यों की संख्या 2-3 लाख के बीच होगी। Anyuak के कई लोग अब ईसाई धर्म अपना चुके हैं। शिलुक लोगों के बाद यह लगभग पूरी तरह से ईसाई बनने वाले नीलोटिक समूहों में से एक है।

2. ये सैकड़ों सालों से अपर नील नदी(Upper Nile) नदी के ऊपर निवास करते आ रहे हैं। ये आदिवासी इसे ही अपनी भूमि मानते हैं। ये लोग जानवर पालकर अपना जीवन गुजर-बसर करते हैं। अनुक चरवाहे और किसान हैं। 

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3. अनुक लोग गर्मियों के मौसम में जलमार्ग की तलाश में रहने वाले जानवरों का भी शिकार करते हैं। ये मछली पकड़ने में माहिर होते हैं। ये लोग बाहरी दुनिया से अधिक वास्ता नहीं रखते। गांवों में इनका अपना मुखिया होता है। अगर वो ठीक से काम नहीं करता, तो लोग उसे हटा सकते हैं।

4. ब्रिटिश और अरब उपनिवेशवादियों(British and Arab colonialists) ने इन लोगों को डिस्क्राइब करने अनुक वर्तनी(spelling Anuak) का यूज किया है। 

 

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5. हालांकि सामाजिक मानवविज्ञानी, डॉ कॉनराड पर्नर(social anthropologist, Dr. Conrad Perner), जिन्हें अन्युक समुदाय के बीच क्वाकाकवोरो-Kwakakworo (जिसका अर्थ तेंदुआ है) के रूप में जाना जाता है, ने इस वर्तनी को अन्युआक(Anyuak) में बदल दिया।

6. यह समुदाय भी खुद अन्युआक शब्द का प्रयोग करता है। अन्युआ के मायने हैं न्याय(nyuaak) शेयर करना। ये लोग लुओ राष्ट्रीयता और जातीय समूह( Luo nationality and ethnic group) के हैं।

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7. इन दक्षिण सूडानी समुदाय को कोलो या शिलुक, अचोली, परी, बांदा-बोर और चाड के साथ-साथ लुओ (जुर्चोल) में बांटा गया है। डॉ. पर्नर ने अपनी बुक में उल्लेख किया है कि अन्युक साम्राज्य का जातीय समूह रुम्बेक(Rumbek-साउथ सूडान का शहर) से जन्मा है।

8. अन्युक से जुड़ी मौखिक परंपरा( oral tradition) के अनुसार गिलो(Gilo was the grandfather of the kingdom ethnic community) राज्य जातीय समुदाय के ग्रांडफादर थे। उसके दो छोटे भाई थे। एक भाई डिमो(Dimo) ने वाउ(Wau) के लुओ जातीय समूह को जन्म दिया। दूसरे भाई न्याकांगो(Nyakango) ने कोलो साम्राज्य के जातीय समूह को जन्म दिया। एक बेटी द्वारा निगले गए कीमती मनके या डिमू(dimu) के मुद्दे पर विवाद से भाइयों के लिए तीन रास्ते विकसित हुए। न्याकांगो साम्राज्य का जातीय समूह सोबत नदी के मुहाने और व्हाइट नाइल के किनारे बस गया।

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9. डिमो वर्तमान वाउ शहर क्षेत्र में चला गया। गिलो और उसके लोगों ने पूर्व की ओर सोबत नदी के किनारे यात्रा की और अंत में नियाम में बस गए, जो अब पूर्वी जिकांग नुएर जातीय समूह क्षेत्र नासिर है। 

10. ह्यूमन राइट्स वॉच (HRW) ने 24 मार्च, 2005 को एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें कहा गया था कि इथियोपियाई सैन्य इकाइयों और स्थानीय इथियोपियाई लोगों द्वारा अनुआक के खिलाफ हिंसा हो रही है। खासकर महिलाओं के साथ रेप की घटनाएं अधिक हैं।

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About the Author

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Amitabh Budholiya
बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं

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