- Home
- Viral
- 10 फोटो में देखिए देशभर में इस बार कैसा बनाया गया रावण, किसी की मूंछ है गजब तो कोई ऐसे हंस रहा जैसे..
10 फोटो में देखिए देशभर में इस बार कैसा बनाया गया रावण, किसी की मूंछ है गजब तो कोई ऐसे हंस रहा जैसे..
ट्रेंडिंग डेस्क। कारोना महामारी से दो साल तक प्रभावित रहने के बाद इस साल दशहरा पूजा की धूम देशभर में दिखाई पड़ रही है। हर जगह कारीगर रावण को अंतिम रूप भी दे चुके हैं, जबकि कुछ शहरों में उसे रामलीला मैदान या फिर दशहरा मैदान तक ले जाने की तैयारी भी कर ली गई है। हालांकि, इस बार महंगाई का असर रावण के पुतले पर भी है। रावण की कद और काठी के हिसाब से भाव में भी बढ़ोतरी की गई है। आइए तस्वीरों में देखते हैं दशहरे के दिन जलाए जाने वाले कुछ रावणों, मेघनाथों और कुंभकर्णों की अंतिम झलक।
| Published : Oct 04 2022, 03:12 PM IST / Updated: Oct 04 2022, 03:17 PM IST
- FB
- TW
- Linkdin
भोपाल में दशहरा समारोह से पहले राक्षस राज रावण, उसके भाई कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले दशहरा मैदान पर पहुंच चुके हैं।
बेहद खतरनाक है इस रावण की हंसी। मरने से पहले भी अट्टाहस कम नहीं है इसका। दिल्ली के रामलीला मैदान पर मौजूद रावण।
दिल्ली के रामलीला मैदान पर मौजूद कुंभकर्ण की तस्वीर भी लोगों को आकर्षित कर रही है और मूंछे बिल्कुल सख्त तथा घुमी हुई दिख रही।
असम की राजधानी गुवाहाटी में भी दशहरे की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। यहां जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में रावण के पुतले काे अंतिम रूप दिया जा रहा है।
इतने बड़े रावण को टेंपो में लादकर ले जाया जा रहा है। ये बहुत नाइंसाफी है। मजेदार फोटो दिल्ली से सटे गुरुग्राम की है।
यह तस्वीर भी गुरुग्राम की ही है। यहां रावण, उसके भाई मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुलते लगभग तैयार हैं और जाने के इंतजार में हैं।
यह तस्वीर प्रयागराज की है। यहां भगवान राम और लक्ष्मण के पुतले भी हैं और नीचे राक्षण राज रावण और उसके अलग-अलग सिर रखे हैं, जिन्हें पुतले पर लगाया जाएगा।
मध्य प्रदेा की राजधानी भोपाल में रावण और उसके भाइयों के पुतले तैयार हो चुके हैं और जलने के लिए भेजे जा रहे हैं।
जयपुर में रावण को और उसके भाई मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले को महिलाओं ने तैयार कर लिया है। बस फाइनल टच दिया जा रहा है।
यह तस्वीर पंजाब के शहर अमृतसर की है। यहां एक महिला और उसके परिजन घर के अंदर ही रावण और उसके भाइयों के पुतले बना रहे हैं। यहां रावण और उसके भाई इनकी रोजी-रोटी का साधन बने हुए हैं।