- Home
- Viral
- लाशों पर पैर रखकर भागे लोग, कोई इंजन में बैठ गया तो पहिए पर लटक गया...तालिबान के खौफ की 15 तस्वीरें
लाशों पर पैर रखकर भागे लोग, कोई इंजन में बैठ गया तो पहिए पर लटक गया...तालिबान के खौफ की 15 तस्वीरें
काबुल. अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद काबुल एयरपोर्ट पर सोमवार की सुबह भगदड़ की स्थिति बन गई। लोग अफगानिस्तान छोड़ भागने के लिए विमानों पर जैसे-तैसे सवार होना चाहते थे। इस बीच खबर आई कि काबुल एयरपोर्ट पर कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि मारे गए लोगों को गोली लगी या फिर वे भगदड़ में दबकर मर गए। काबुल एयरपोर्ट पर डर और दहशत की तस्वीरें...
- FB
- TW
- Linkdin
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में हमद करजई हवाई अड्डे पर खड़े सैकड़ों लोगों को एयरब्रिज के बाहर चढ़ने की कोशिश करते दिखाया गया है।
अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी देश से भाग गए। अमेरिकी दूतावास को खाली कर दिया गया है और अमेरिकी ध्वज को नीचे कर दिया गया है।
तस्वीर में साफ तौर पर दिख रहा है कि कैसे काबुल से निकलने के लिए लोग एक के ऊपर एक चढ़े हैं। ये तस्वीर सोमवार सुबह की है। काबुल में लगभग सभी प्रमुख चौकियां सोमवार सुबह तक तालिबान के नियंत्रण में थीं और अफगानिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने एक सलाह जारी कर कहा कि हवाई अड्डे के सिविल साइड को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।
काबुल में एयरपोर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां तैनात हैं। वहीं दूसरी तरफ तालिबान अधिकारियों ने कहा कि अगर वे देश में रहने का फैसला करते हैं तो सभी को काबुल हवाई अड्डे से घर लौटने की अनुमति दी जाएगी और वादा किया कि नागरिकों को नुकसान नहीं होगा। तालिबान ने पहले कहा था कि पश्चिमी लोगों को देश छोड़ने की अनुमति दी जाएगी लेकिन अफगानों को जाने से रोक दिया जाएगा।
रविवार को तालिबान ने राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया। इसके बाद काबुल से निकलने के लिए कुछ यात्री विमान के इंजन के फ्रेम के अंदर बैठकर इंतजार कर रहे थे। फिलहाल, अभी अमेरिकी सैनिक एयरपोर्ट की रखवाली कर रहे हैं। अभी उनका विमानों पर कंट्रोल है। वहीं दूसरी तरफ तालिबान लड़ाकों को काबुल की सड़कों पर गश्त करते देखा गया।
काबुल पर कब्जे के बाद रात से ही एयरपोर्ट के बाहर लोग जुटना शुरू हो गए थे। दूसरी तरफ जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि तालिबान से खतरे में पड़े जर्मन नागरिकों और अफगानों को निकालने के लिए अफगानिस्तान में सैनिकों को तैनात किया जाएगा।
काबुल एयरपोर्ट पर भगदड़ के दौरान 5 यात्रियों की मौत हो गई। तस्वीर तब की ही है। दूसरी तरफ राष्ट्रपति जो बाइडेन ने लगभग 5,000 सैनिकों को अमेरिकी कर्मचारियों और अन्य कर्मियों को निकालने में मदद करने का आदेश दिया।
तालिबान के खौफ से लोग जल्द से जल्द काबुल छोड़ना चाहते हैं। 15 अगस्त को जब तालिबान ने काबुल पर कब्जा किया, तभी से लोग अपने सामान लेकर एयरपोर्ट की तरफ बढ़ते हुए देखे गए।
तालिबान के कब्जे के बाद शहर की स्थिति काफी खराब हो गई है। जहां एयरपोर्ट पर भगदड़ है वहीं सड़कों पर भारी जाम लगा है। लोग इधर-उधर भाग रहे हैं।
दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें काबुल एयरपोर्ट से निकलने के लिए तीन लोग विमान के पहिए से लटके हुए दिख रहे हैं। फिर वे एक घर की छत पर गिरते हुए दिख रहे हैं।
राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए। ये खबर जैसे ही बाहर आई, लोग समझ गए कि अब उन्हें भी भाग जाना चाहिए। ऐसे में कुछ ही समय में एयरपोर्ट के बाहर भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई।
तस्वीर में साफ दिख रहा है कि लोगों की एयरपोर्ट पर भारी भीड़ है। वहीं दूसरी तरफ तालिबान लड़ाकों को सोमवार को काबुल की सड़कों पर गश्त करते देखा गया। वे हथियारों के साथ गश्त कर रहे हैं। जिसकी वजह से कोई अफगानी बाहर नहीं निकल रहा है।
पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइन का कहना है कि उसने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के लिए सभी उड़ानें रोक दी हैं क्योंकि वहां अनिश्चित सुरक्षा की स्थिति है। वहीं दूसरी तरफ काबुल एयरपोर्ट पर भारी सुरक्षा बल तैनात है।
तालिबान के कब्जे के बाद मौलाना हेबतुल्ला अखुंदजादा (Hibatullah Akhundzada) को अफगानिस्तान का नया लीडर बनाया गया है। ये कंधार का रहने वाला है। हेबतुल्ला (Hibatullah Akhundzada) वह शख्स है जिसने तालिबान के अधिकांश फतवे जारी किए। ये तालिबान के इस्लामी अदालतों का प्रमुख रहा है। माना जाता है कि कई तालिबान नेताओं के विरोध के बाद भी अखुंदजादा अफगानिस्तान में युद्ध के दौरान देश में रहा। वह मई 2016 में अख्तर मंसूर के ड्रोन हमले में मारे जाने के बाद आतंकवादी समूह का नेता बन गया। तालिबान ने अखुंदजादा को अमीर-अल-मोमिनीन यानी वफादारों का कमांडर की उपाधि भी दी। पत्थर से मारकर हत्या करने से लेकर महिला पर सख्ती से जुड़े कई फतवे इसी ने जारी किए हैं।
अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान शहरों में सड़कों पर अपने सफेद झंडे लगाकर जश्न मना रहा है। जहां-जहां तालिबान ने कब्जा किया है वहां ये सफेद झंडे दिख रहे हैं।