ऊपरी बाधाओं से बचने के लिए करें इन 8 में से कोई 1 उपाय, दूर हो सकती है परेशानी
उज्जैन. लगभग सभी धर्मों में अच्छी और बुरी आत्माओं के बारे में बताया गया है। बुरी आत्माएं लोगों को परेशान करती हैं और किसी भी घर में अपना स्थान बना लेती हैं। बहुत कम लोग होते हैं जो इनकी मौजूदगी को पहचान पाते हैं। वैज्ञानिक भाषा में इसे निगेटिव एनर्जी कहते हैं। इनके कारण लाइफ में कई तरह की परेशानियां बनी रहती हैं। आज हम आपको इससे बचने के कुछ आसान उपाय बता रहे हैं, जो इस प्रकार है…
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1. हनुमान चालीसा और गजेंद्र मोक्ष का पाठ करें और हनुमान जी का श्रृंगार करें व चोला चढ़ाएं।
2. रात को खाना खाने के बाद चांदी की कटोरी में देवस्थान या किसी अन्य पवित्र स्थल पर कपूर तथा लौंग जला दें। इससे आकस्मिक, दैहिक, दैविक एवं भौतिक संकटों से मुक्त मिलती है।
3. प्रेत बाधा दूर करने के लिए पुष्य नक्षत्र में धतूरे का पौधा जड़सहित उखाड़ कर उसे धरती में ऐसा दबाएं कि जड़ वाला भाग ऊपर रहे और पूरा पौधा धरती में समा जाएं। इस उपाय से घर में प्रेतबाधा नहीं रहती और व्यक्ति सुख-शांति का अनुभव करता है।
4. अशोक वृक्ष के सात पत्ते मंदिर में रख कर पूजा करें। उनके सूखने पर नए पत्ते रखें और पुराने पत्ते पीपल के पेड़ के नीचे रख दें। यह क्रिया नियमित रूप से करें, आपका घर भूत-प्रेत बाधा, नजर दोष आदि से मुक्त रहेगा।
5. अमावस्या पर सरसों के तेल का या शुद्ध घी का दिया जलाकर काजल बना लें। यह काजल लगाने से भूत, प्रेत, पिशाच, डाकिनी आदि से रक्षा होती है और बुरी नजर से भी रक्षा होती है।
6. मंगलवार या शनिवार को बजरंग बाण का पाठ शुरू करें। यह डर और भय को भगाने का सबसे अच्छा उपाय है।
7. गणेश भगवान को एक पूरी सुपारी रोज चढ़ाएं और एक कटोरी चावल दान करें। यह क्रिया एक वर्ष तक करें, नजर दोष व भूत-प्रेत बाधा आदि के कारण बाधित सभी कार्य पूरे होंगे।
8. ॐ या रुद्राक्ष का अभिमंत्रित लॉकेट गले में पहने और घर के बाहर एक त्रिशूल में जड़ा ॐ का प्रतीक दरवाजे के ऊपर लगाएं। सिर पर चंदन, केसर या भभूति का तिलक लगाएं। हाथ में मौली (नाड़ा) अवश्य बांध कर रखें।