MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • Religion
  • Spiritual
  • ग्रहों की अशुभ स्थिति के कारण होती हैं बीमारियां, इससे बचने के लिए कौन-सा रत्न पहनना चाहिए?

ग्रहों की अशुभ स्थिति के कारण होती हैं बीमारियां, इससे बचने के लिए कौन-सा रत्न पहनना चाहिए?

उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जन्म कुंडली में छठा भाव बीमारी और अष्टम भाव मृत्यु और उसके कारणों पर प्रकाश डालता है। बीमारी पर विचार जन्म कुंडली के 12वें भाव से किया जाता है। इन भावों पर दृष्टि डालने वाले अनिष्ट ग्रहों के निवारण के लिए पूजा-पाठ, जाप, यंत्र धारण, दान एवं रत्न धारण आदि उपाय ज्योतिष में बताए गए हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कुंडली में कौन-सा ग्रह किस बीमारी का कारक होता है और उसके निवारण के लिए कौन-सा रत्न धारण करना चाहिए…

2 Min read
Asianet News Hindi
Published : Jul 06 2021, 09:12 AM IST| Updated : Jul 06 2021, 12:39 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
14

ब्लडप्रेशर
जन्म कुंडली में शनि व मंगल की युति हो या एक-दूसरे की परस्पर दृष्टि हो तथा छठे, आठवें और बारहवें भाव में चंद्र का स्थित होकर पापग्रहों से दृष्ट होना ब्लड प्रेशर देता है।

उपाय- चिंता और श्रम के कारण होने पर सफेद मोती, मधुमेह व मोटापे के कारण होने पर पुखराज एवं शनि की साढ़े साती में रक्तचाप प्रारंभ होने के कारण काला अकीक अथवा गोमेद रत्न अंगूठी में धारण करें.

24

मधुमेह (डायबिटीज)
यह रोग चंद्रमा के पापग्रहों के साथ युति होने पर, शुक्र ग्रह की गुरु के साथ या सूर्य के साथ युति होने पर अथवा शुक्र ग्रह पापग्रहों से प्रभावित होने पर होता है।

उपाय: सफेद मूंगा रत्न अंगूठी में धारण करने से लाभ होता है।

 

34

दिल की बीमारी
जन्म कुंडली के चतुर्थ, पंचम और छठे भावों में पापग्रह स्थित हों और उन पर शुभ ग्रहों की दृष्टि नहीं हो, तो हृदय रोग की शिकायत होती है। कुंभ राशि स्थित सूर्य पंचम भाव में और छठे भाव में अथवा इन भावों में केतु स्थित हो और चंद्रमा पापग्रहों से देखा जाता हो, तो हृदय संबंधी रोग होते हैं।

उपाय: सूर्य यदि कारण बनें तो माणिक, चंद्र का कारण हो तो मोती पहनना लाभदायी है।

44

अन्य रोगों होने पर ये रत्न पहनें…
1.
कमर एवं पैर दर्द होने पर पीला पुखराज धारण करें। यह लिवर एवं जॉन्डिस में भी प्रभावी है।
2. अस्थमा या टीबी होने पर सफेद मोती पहनें। इससे अनिद्रा में फायदा होता है।
3. किडनी या पेट से संबंधित रोग होने पर पन्ना, जेड या रॉक क्रिस्टल पहनें। यह सिर दर्द में भी लाभकारी है।
4. मूत्राशय संबंधी बीमारी होने पर मोती, हीरा, लाल मूंगा या पीला पुखराज अपनी कुंडली के अनुसार पहनें।
5. रक्त संबंधी रोग होने पर नीलम, पन्ना या रूबी कुंडली के अनुसार पहनें।
 

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved