यूपीः मदरसे में जबरन घुसी पुलिस, बच्चों पर बरसाईं लाठियां..आरोप और भी हैं...
| Published : Jan 07 2020, 01:50 PM IST
यूपीः मदरसे में जबरन घुसी पुलिस, बच्चों पर बरसाईं लाठियां..आरोप और भी हैं...
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घटना 20 दिसंबर की बताई जा रही है। छात्रों ने डर की वजह से इस बारे में अपना मुंह बंद रखा था लेकिन अब वह खुलकर सामने आए और पूरा घटनाक्रम बता दिया। छात्रों ने बताया कि, पुलिस जबरन मदरसे में घुसी और छात्रों को लाठी से पीटना शुरू कर दिया।
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इसके बाद पुलिस ने छात्रों से जय श्री राम के नारे लगवाए। कुछ छात्रों का कहना है कि, उन्हें पुलिस आतंकवादी कहकर पीट रही थी।
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मदरसे के मौलाना ने घटना को 2003 में हुए दंगे से भी ज्यादा भयानक बताया। उन्होंने कहा कि, मैंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा, पुलिस आई और बरबस हम पर टूट पड़ी। न कुछ कहा न सुना बस लाठियो से पीटना शुरू कर दिया। छात्र एक दूसरे के ऊपर गिर रहे थे, मैं खुद धक्का मुक्की में बच्चों पर गिर पड़ा।
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पुलिस द्वारा प्रताड़ित बच्चों में से एक 21 साल के हैदर ने पूरा घटनाक्रम सुनाया। उसे 20 दिसबंर को गिरफ्तार कर लिया गया था फिर वो छूट गया। हैदर ने बताया कि, दोपहर करीब 3.45 के समय पुलिस मदरसे में घुसी और सबसे पहले सीसीटीवी कैमरे को तोड़ दिया। उसके बाद उन्होंने सभी बच्चों के साथ मारपीट की और उनसे जय श्री राम के नारे लगवाए। वो बंदूकों की बट से बच्चों को पीट रहे थे। हैदर को पैर और हाथ में गहरी चोटें आई हैं।
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एक दूसरे छात्र आदिल ने बताया कि, जैसे ही हमने पुलिस को मदरसे में घुसते देखा हम भागने लगे तब पुलिसवालों ने कहा कि, भागने की कोशिश की तो गोली मार दी जाएगी। इसके बाद उन्होंने हमें पकड़ा और जेल में डाल दिया, पुलिस स्टेशन में हमसे कहा गया, चलो जय श्री राम कहकर बता, हमने जय श्री राम कह दिया फिर भी हमें पीटा गया।
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इस पूरे मामले में सीनियर सुप्रीडेंट अभिषेक यादव ने सारे आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि, प्रदर्शनकारियों मदरसे में घुस गए थे हमने सिर्फ उन्ही पर कार्रवाई की बाकि उसके बाद वहां कुछ नहीं किया गया।
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यादव ने यह भी कहा कि, मदरसे के मौलाना ने सभी आरोपों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई पेश कर दी है। मौलाना ने माफी मांगी और आरोपों को झूठा बताया जबकि असल में मदरसे के मौलाना ने कोई प्रेस कॉन्फ्रेस नहीं की थी।