पलायन को मजबूर हैं इस गांव के लोग, कारण जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान
| Published : Feb 03 2020, 06:22 PM IST / Updated: Feb 03 2020, 07:00 PM IST
पलायन को मजबूर हैं इस गांव के लोग, कारण जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान
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ज्यादातर घरों पर 'यह घर बिकाऊ है' लिखा मिल रहा है। मीडिया कर्मियों ने लोगों से जाना तो पता चला कि झगड़े के दौरान गांव के एक वर्ग विशेष लोगों को एसटी एक्ट में फंसा दिया गया, जिसके चलते लोग गांव से पलायन करने को मजबूर हैं, जबकि पुलिस अधिकारी कुछ और ही बयां करते दिख रहे है।
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एक न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक इस गांव की ही रहने वाली महिला राज कली का कहना है कि गांववाले परेशान हैं। हम लोगों के बच्चे हैं, जो पढ़ लिखकर आगे बढ़ेंगे, नौकरी करेंगे। ताकि आगे कुछ भविष्य बनें। जरा सी कोई बात होती है, तो ये लोग एक्ट लगा देते हैं, बलात्कार की घटना दिखा देते हैं। अब हम क्या करें।
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लतीफ कहते हैं कि मैं भी अपना मकान बेचना चाहता हूं, जब यहां लोग नहीं रहेंगे, तो मैं क्यों रहूंगा। गांव के दलितों पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर गलती से सवर्ण जाति की बकरी भी उनके खेत में चली जाए, तो ये थाने चले जाते हैं और मुकदमा लिखवा देते हैं। हम लोगों का भुसा चोरी से निकाल ले जाते हैं, जब हम शिकायत करें, तो फर्जी मुकदमा लगाने की धमकी देते हैं।
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इसी तरह निरम पाल सिंह जादौन ने कहा कि हम पर बार-बार झूठे एसटी एक्ट के मुकदमे लगाए गए हैं। यह लोग परेशान करते हैं। हमारे ऊपर 2017 और फिर 2010 में मुकदमे दर्ज किए गए। हमारे परिवार के बच्चों पर ही मुकदमे दर्ज हुए। पूरे गांव के समाज के लोगों ने लिख रखा है कि यह मकान बिकाऊ है।
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फिरोजाबाद टूंडला के सीओ अजय चौहान ने कहा कि ये खबर मीडिया में वायरल हो रही थी कि एससी एसटी के मुकदमे की वजह से कुछ लोग पलायन करने को मजबूर हैं। जिसके बाद मैं मौके पर पहुंचा, तो पता चला किसी ने पलायन नहीं किया है। पहले कभी मुकदमे लिखे गए हैं। छोटी मोटी लड़ाई तो हो ही जाती हैं। इनको यह लगता है कि कहीं ऐसा ना हो कि हम को फंसा दिया जाए। पुलिस सबके लिए बराबर होती है। सब को आश्वस्त किया गया है कि आप लोग चिंता ना करें, कानून का आप लोग भी पालन कीजिए सभी पालन करें।