FUNNY PHOTOS: जब शेयर बाजार का सांड निवेशकों को पटकता है, तो देखिए क्या हालत होती है
शेयर बाजार में पैसा लगाना किसी सट्टे से कम नहीं है! कब आप मालामाल हो जाएं कोई नहीं जानता। वहीं, कब पैसा डूब जाए...इसकी भी कोई भविष्यवाणी नहीं कर सकता। सोमवार को भी ऐसा ही हुआ। शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई। नतीजा, रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी धुरंधर कंपनी का शेयर भी 4% से ज्यादा टूटा। शुक्रवार को BSE का टोटल मार्केट कैप 185 लाख करोड़ रुपए था। यह सोमवार को 6 लाख करोड़ रुपए घटकर 179 लाख करोड़ रुपए पर जा पहुंचा। देखिए कुछ फनी फोटोज..जब शेयर मार्केट गिरता है...
/ Updated: Dec 21 2020, 11:45 PM IST
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फैक्ट
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बांबे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) भारत के दो प्रमुख शेयर बाजार हैं।
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शेयर मार्केट के जरिये लोग BSE या NSE में लिस्टेड कंपनी के शेयर खरीदते हैं। यानी कंपनी में अपनी भागीदारी करते हैं।
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शेयर बाजार (Stock Market) में बांड, म्यूचुअल फंड आदि का बिजनेस होता है।
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कंपनी जब शेयर जारी करती है, तो यह उसका निर्णय होता है कि वो किसी व्यक्ति विशेष या किसी अन्य कंपनी को कितने शेयर बेचना चाहती है।
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शेयर बाजार में शेयर खरीदने या बेचने के लिए ब्रोकर की मदद लेनी पड़ती है। उसे कमिशन देना होता है।
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शेयर बाजार (Stock Market) का नियंत्रण भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी या SEBI) के कंट्रोल में होता है, ताकि कोई हेरफेर न हो।
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कोई कंपनी शेयर बाजार में तभी लिस्टेड हो पाती है, जब वो SEBI के पास कंपनी की पूरी डिटेल्स आदि जमा कराता है। इसके बाद SEBI जांच के बाद उसे लिस्टेड करती है।
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किसी कंपनी के शेयर में उतार-चढ़ाव उसके मुनाफे-घाटे आदि पर निर्भर करता है।
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दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में शामिल वारेन बफे शेयरों की खरीद-फरोख्त के बड़े खिलाड़ी माने जाते हैं।
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शेयर खरीदने-बेचने के लिए ब्रोकर की मदद से बैंक में डीमैट अकाउंट खुलवाना पड़ता है। इसे बैंक अकाउंट से लिंक करके आप शेयर की खरीद-फरोख्त कर सकते हैं।