पहले फैलाया आतंकवाद, अब कोरोना फैलाने की साजिश, अल्लाह के बहाने भीड़ लगा रहे पाकिस्तानी
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पेशावर की एक मस्जिद में 5 लोग नमाज पढ़ रहे हैं। इन लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन किया है, लेकिन हर जगह ऐसा नहीं हो रहा।
इस्लामाबाद में एक मस्जिद के सामने मास्क पहन कर नमाज पढ़ता एक बुजुर्ग शख्स।
कराची में एक सूनी सड़क के बीच खड़ा सेना का एक जवान। यहां से मस्जिद की तरफ एक रास्ता जाता है।
लाहौर की एक मस्जिद में जुमे की नमाज अदा करते कुछ लोग। कोरोना के चलते सरकार ने ज्यादा संख्या में लोगों के जुटने पर रोक लगा दी है।
कराची की एक सड़क पर पुलिस अधिकारी लोगों के डॉक्युमेंट्स की जांच कर रहे हैं। कारों की इस लंबी कतार को देखकर लगता है कि वहां लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं हो रहा है।
इस्लामाबाद में एक मस्जिद के बाहर लोग नमाज अदा कर रहे हैं। लॉकडाउन में इतने लोगों के एक साथ जुटने की इजाजत नहीं है, लेकिन लोग नियमों को मान नहीं रहे।
इस्लामाबाद में एक मस्जिद के बाहर नमाज अदा करते लोग। एक शख्स ने धूप से बचने के लिए रंगीन छाता लगा रखा है।
इस्लामाबाद की लाल मस्जिद में इतनी बड़ी तादाद में लोग नमाज अदा करने के लिए जुट गए। इन लोगों ने लॉकडाउन का खुला उल्लंघन किया और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम को मानने से इनकार कर दिया।
कराची में जब मस्जिद बंद दिखी तो लोग सड़क पर ही नमाज अदा करने लगे। इन लोगों ने लॉकडाउन को तोड़ दिया और सरकार कुछ नहीं कर सकी।
शुक्रवार को लाहौर में एक बाजर की बंद दुकानों के आगे खड़े होकर लोग नमाज अदा कर रहे हैं। ये लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन नहीं कर रहे।
लाहौर की एक बंद मस्जिद के आगे पुलिस के जवान सुरक्षा के लिए मुस्तैद खड़े हैं। सबों ने मास्क भी पहन रखे हैं।
कराची में एक मस्जिद के सामने मास्क पहना पुलिसकर्मी एक कार को आगे बढ़ने से रोक रहा है।
इस्लामाबाद में बाजार बंद हैं। वहां एक मस्जिद के बाहर एक शख्स मास्क पहने जुमे की नमाज अदा कर रहा है। पास में दो लोग और खड़े हैं।
लॉकडाउन की वजह से कराची में सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ है। बहुत कम लोग और वाहन यहां दिख रहे हैं। कराची की सूनी सड़क से गुजरता एक शख्स।