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हो गया कंफर्म: भारत में और विकराल रूप लेगा कोरोना, अक्टूबर के बाद गली-गली बिछी मिलेंगी लाशें!
हटके डेस्क: वैसे तो अभी तक चीन ने जितने भी प्रोडक्ट्स बनाए थे, उसकी गारंटी के कारण देश का काफी मजाक उड़ाया जाता था। चीन के हर प्रोडक्ट कुछ ही दिनों में खराब हो जाने के लिए बदनाम हैं। लेकिन इस बार जाने चीन ने कैसा वायरस बनाया है, जो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। ये वायरस दिनों दिन और विकराल होता जा रहा है। अब भारत के वैज्ञानिकों ने नया शोध किया है, उसके मुताबिक, आने वाला समय भारत के लिए खतरे की घंटी है। भारत में कोरोना ठण्ड बढ़ने के साथ और विकराल रूप लेगा। इसके साथ ही यहां संक्रमितों और मौत के आंकड़ों में बढ़त होगी। इस दावे के बाद भारत में लोगों के होश उड़ गए हैं। ये दावा भारतीय वैज्ञानिकों ने दुनियाभर के मौसम के हिसाब से कोरोना के फैलाव के आधार पर किया है। इसके हिसाब से अंदाजा लगाया गया है कि अक्टूबर के बाद भारत में कोरोना से मौत के आंकड़ों में तेजी से बढ़त दर्ज की जाएगी।
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भारत के रिसर्चर्स के मुताबिक, किसी भी देश के तापमान का कोरोना संक्रमण के फैलने से सीधा संबंध है। ऐसे में अभी तक जो आंकड़े सामने आए हैं, उसके मुताबिक, आने वाला समय भारत के लिए काफी खतरनाक है।
रिसर्चर्स ने पाया है कि जिन देशों में तापमान कम है, वहां कोरोना काफी तेजी से फैला है। ऐसे में आने वाले समय में जब भारत में सर्दियाँ शुरू होंगी, तब कोरोना और भी विकराल रूप लेगा।
भारत के रिसर्चर्स का कहना है कि गर्मियों का मौसम ही इस वायरस से लड़ने का बेस्ट मौसम। है क्यूंकि इस समय लोगों में फ्लू और सर्दी-जुकाम की समस्या अन्य मौसम की तुलना में कम होती है। लेकिन सर्दियों में इनके केसेस बढ़ जाते हैं।
ये स्टडी सेंट्रल यूनिवर्सिटी राजस्थान और बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी ने मिलकर की थी। इसमें दुनिया के कई देशों के तापमान और उनके कोरोना संक्रमण के आंकड़ों को स्टडी किया गया था।
इस स्टडी में मार्च से लेकर अप्रैल तक के आंकड़ों को शामिल किया गया था। दोनों यूनिवर्सिटीज के कोलैब में हुए इस शोध में पाया गया कि जिन देशों में तापमान कम था, वहां कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैला।
वहीं जिन देशों में गर्मी थी, वहां कोरोना का फैलाव ठंडे देशों के मुकाबले कम मिला। हालांकि, ये इस रिसर्च का जेनरल एनलाइसिस था। कुछ ऐसे भी देश थे, जहां ठंड होने के बावजूद कोरोना संक्रमण तेजी से फैला था।
अब ये रिसर्चर्स इसमें अन्य तरह की बीमारियों से ग्रस्त मरीजों की संख्या पर भी काम कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि कोरोना पहले से बीमार लोगों को जल्दी चपेट में ले रहा है।
आपको बता दें कि शुरूआती दौर में साइंटिस्ट्स ने कहा था कि गर्म तापमान कोरोना के लिए विनाश साबित होगा। इसमें कोरोना वायरस जिन्दा नहीं रह पाएगा। लेकिन ये दावे महज अफवाह साबित हुए।
अब ठंड को लेकर किये जा रहे इस दावे ने भारतीयों का चैन उड़ा दिया है। देश के अनलॉक होने के फेज में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़त दर्ज की गई है। ऐसे में अब सर्दियों में हालात और खराब होना वाकई डराने वाला है।