5 का बच्चा, 7 ने किया रेप, इस पाकिस्तानी पुलिस ऑफिसर ने किया फैसला ऑन द स्पॉट
हटके डेस्क: कोविड 19 से जंग लड़ती दुनिया के सामने भले ही अभी कोई दूसरी समस्या नजर ना आ रही हो, लेकिन दुनिया में ऐसी कई घटनाएं हो रही हैं, जो मानवता को शर्मसार करने वाली है। ऐसा ही एक मामला पाकिस्तान से हाल ही में सामने आया। इस देश में कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। इस बीच फैसलाबाद से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई। इसमें 7 दरिंदों ने मिलकर 5 साल के बच्चे के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद उसका खून कर दिया। इस दिल दहलाने वाली घटना के बाद फैसलाबाद के सीपीओ ने जो फैसला लिया, उसकी काफी तारीफ हो रही है। सीपीओ ने इन सात आरोपियों में से चार को इनकाउंटर कर मार डाला। हालांकि, तीन अपराधी वहां से भागने में सफल हुए, जिनकी तलाश की जा रही है। लेकिन पाकिस्तान सहित दुनियाभर में लोग इस सीपीओ की काफी तारीफ कर रहे हैं।
- FB
- TW
- Linkdin
पाकिस्तान के फैसलाबाद के सीपीओ सोहैल अहमद चौधरी की सोशल मीडिया पर काफी तारीफ हो रही है। पाकिस्तान के इस मामले ने पिछले साल भारत के हैदराबाद में हुए डॉक्टर के साथ रेप फिर हत्या के मामले को ताजा कर दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक, फैसलाबाद में सात दरिंदों ने मिलकर पांच साल के मासूम के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। ये वारदात तब हुई, जब बच्चा लॉकडाउन में अपने घर के बाहर खेल रहा था।
दुष्कर्मियों ने बच्चे को बहलाया और उसे सुनसान जगह ले गए। वहां सभी ने बारी-बारी से उसके साथ रेप किया। इसके बाद उसका खून कर दिया गया।
इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने दुष्कर्मियों की तलाश शुरू कर दी। रेड के दौरान पुलिस के हाथ सभी आरोपी लग गए। लेकिन सभी पुलिस से भिड़ गए। इसके बाद पुलिस को कार्यवाई करनी पड़ी।
कार्यवाई में सीपीओ सोहैल अहमद ने चार आरोपियों को वहीं गोली मार दी। जबकि तीन वहां से भागने में कामयाब हो गए। जिनकी अब जोर-शोर से तलाश जारी है।
इस इनकाउंटर के बाद लोग सीपीओ की काफी तारीफ कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि इस इनकाउंटर से बच्चे को जल्दी न्याय मिल गया।
पाकिस्तान में बच्चों के साथ दुष्कर्म के मामले काफी ज्यादा सामने आते हैं। लेकिन वहां कानून इस मामले में भारत से ज्यादा सख्त है।
लोगों ने सीपीओ की काफी तारीफ की। साथ ही कहा कि ऐसे पुलिस ऑफिसर्स की देश को काफी जरुरत है। पाकिस्तान में हुई इस घटना पर पुलिस ने कहा कि उन्होंने जानकर अपराधियों को नहीं मारा। स्थिति ऐसी हो गई थी कि उन्हें गोली चलानी पड़ी।
हालांकि, लोगों ने इसे सही कदम बताते हुए कहा कि आरोपियों को ऐसे ही सजा दी जानी चाहिए। इस मामले ने सोशल मीडिया पर काफी चर्चा बटोरी।