- Home
- Viral
- इस देश के कैदियों ने कोरोना को हराने की खाई कसम, जेल की सलाखों में बना रहे वायरस से लड़ने का हथियार
इस देश के कैदियों ने कोरोना को हराने की खाई कसम, जेल की सलाखों में बना रहे वायरस से लड़ने का हथियार
| Published : Mar 31 2020, 05:45 PM IST / Updated: Apr 01 2020, 11:05 AM IST
इस देश के कैदियों ने कोरोना को हराने की खाई कसम, जेल की सलाखों में बना रहे वायरस से लड़ने का हथियार
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
111
मलेशिया के कुआंतान के पेनर जेल के कैदी दिन-रात लग कर डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट बनाने का काम कर रहे हैं। मलेशिया में हाल में कोरोना के मामलों में तेजी आई है।
211
कोरोना के कारण मलेशिया में बिजनेस और इंडस्ट्री सेक्टर में मंदी छा गई है। मलेशिया की सरकार ने राहत देने के लिए स्पेशल पैकेज की घोषणा की है।
311
कोरोना वायरस फैलने से मलेशिया के लोगों में काफी दहशत है। सभी लोग मास्क लगा कर ही बाहर निकल रहे हैं और सुरक्षा के दूसरे उपाय भी कर रहे हैं।
411
मलेशिया में कोरोना वायरस संक्रमण का शुरुआती मामला आने के बाद एक युवक वहां से जाता हुआ। कोरोना वायरस से मलेशिया की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ है।
511
कोरोना वायरस से लोग ज्यादा आतंकित नहीं हों, इसलिए मेडिकल स्टाफ लोगों को सुरक्षा उपाय अपनाने को तो कह रहे ही हैं, उनका हौसला भी बढ़ा रहे हैं।
611
कोरोना वायरस फैलने से ये महिलाएं चिंतित नजर आ रही हैं, लेकिन सुरक्षा के लिए इन्होंने मास्क लगा रखे हैं।
711
मलेशिया में बाहर से आने वाले लोगों की जांच करते हेल्थ वर्कर। कोरोना वायरस फैलने के बाद मलेशिया की टूरिज्म इंडस्ट्री को बहुत नुकसान हुआ है।
811
मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में आसमान छूती इन बिल्डिंग्स के सामने सन्नाटा पसरा है। कोरोना का संक्रमण फैलने के पहले इन जगहों पर भारी भीड़ होती थी।
911
मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर की इन इमारतों के आगे इक्का-दुक्का लोग ही नजर आते हैं। अब तो शायद ही यहां कोई पर्यटक आता हो।
1011
कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद सूनी सड़क से गुजरता एक युवक। अब मलेशिया में लोगों को घरों में ही रहने को कहा जा रहा है।
1111
मलेशिया की राजधानी कुआलालंमपुर के पास एक मस्जिद में कुछ दिनों पहले एक बड़ा धार्मिक आयोजन हुआ था, जिसमें करीब 15 हजार लोग जुटे थे। इस आयोजन में विदेशों से भी मुस्लिम धर्मावलंबी आए थे। इस आयोजन के बाद मलेशिया में कोरोना के मामलों में बहुत तेजी आई।