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लॉकडाउन में साफ हुई नालियां तो हैवान बने भूखे सूअर, गटर किनारे खेल रहे 4 साल के मासूम को जिंदा चबाया
हटके डेस्क। पूरे देश में कोरोना वायरस महामारी फैलने की वजह से लॉकडाउन लगा है, वहीं हैदराबाद स्थित सैदाबाद से एक हिला देने वाली घटना सामने आई है। वहां के सिंगारेनी कॉलोनी में रहने वाला 4 साल का लड़का वी. हर्षवर्धन मंगलवार शाम 4 बजे अपनी झुग्गी ले निकल के पास के ही एक सुनसान इलाके में खेलने चला गया। लॉकडाउन की वजह से उसके मां-बाप भी घर पर ही थे, पर किसी काम में लगे होने के कारण वे देख नहीं पाए कि वह कब निकला। इसी बीच, सूअरों के एक झुंड ने उस बच्चे पर हमला कर दिया और उसे खींचते हुए कूड़े के एक ढेर पर ले गए। वहां सूअरों ने उस बच्चे को मार डाला और नोच कर उसके शरीर का काफी हिस्सा खा लिया। जब कुछ लोगों ने कूड़े के ढेर पर एक बच्चे की बुरी तरह नोची गई लाश देखी तो पुलिस को इस घटना की जानकारी दी। पुलिस ने बच्चे की लाश को अपने कब्जे में लिया और उसके मां-बाप का पता लगा कर उन्हें बुलाया। सूअरों ने बच्चे के शरीर का आधा हिस्सा चबा डाला था। उसे तत्काल हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिस झोपड़ी में हर्षवर्धन रहता था, वहां आसपास अक्सर सूअरों के झुंड आया करते थे। उस कॉलोनी के लोगों का कहना है कि उन्होंने नगर निगम के अफसरों को कई बार इसके बारे में बताया, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं समझी। इसका परिणाम इस भयानक घटना के रूप में सामने आया। देश के बड़े शहरों में फैली तमाम झुग्गी बस्तियों में आवारा पशु लगातार घूमते रहते हैं और कई बार वे छोटे बच्चों को अपना शिकार बना लेते हैं। देखें इससे जुड़ी तस्वीरें।
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हैदराबाद स्थित सैदाबाद के सिंगारेनी कॉलोनी की इसी झोपड़ी में 4 साल का बच्चा वी. हर्षवर्धन रहता था, जिसकी मंगलवार शाम को सूअरों के एक झुंड ने मार डाला। तस्वीर में उसके घर के लोग दिखाई पड़ रहे हैं।
देश के सभी महानगरों में झुग्गी बस्तियों की भरमार है। वहां पड़े कचरे के ढेर पर हमेशा आवारा जनावर घूमते रहते हैं। कई बार ये छोटे बच्चों को अपना शिकार बना लेते हैं।
पंजाब के जालंधर शहर में सड़क के किनारे कटरे के ढेर पर आवारा कुत्तों का झुंड। ये कुत्ते किसी पर भी झपट पड़ते हैं। खास कर बच्चों को ये दौड़ा कर काट खाते हैं।
दिल्ली की गंदे नाले के निकट बसी एक झुग्गी बस्ती। ऐसी जगहों पर हमेशा आवारा जानवरों का खौफ बना रहता है।
देश की राजधानी दिल्ली की एक और झुग्गी बस्ती। यहां कुत्ते और सूअर हमेशा घूमते नजर आते हैं। इनसे बच पाना काफी मुश्किल होता है।
एक गंदी बस्ती में कचरे के ढेर पर आराम फर्माते आवारा कुत्ते।
इस झुग्गी बस्ती के सामने सड़क पर आवारा कुत्तों ने कब्जा कर लिया है। यहां से गुजरना किसी के लिए खतरे से खाली नहीं है।
दिल्ली की एक बहुत ही गंदी स्लम बस्ती। यहां कचरे के ढेर पर कुत्तों के साथ सूअर भी दिख रहे हैं। ये बच्चों को देखत ही उन पर हमला कर बैठते हैं।
कचरे के पहाड़ से होकर गुजरती छोटे बच्चे को गोद में लिए एक औरत। यहां से तरह-तरह की बीमारियां तो फैलती ही हैं, भोजन की तलाश में भटकने वाले आवारा पशु कभी भी लोगों पर हमला कर देते हैं।
एक बस्ती में बंद घरों के आगे कचरे में मुंह मारते सूअर। अगर इघर से कोई बच्चा गुजरे तो ये उस पर तुंरत हमला कर सकते हैं। कई बार ये बड़े लोगों को भी चोट पहुंचा देते हैं।