अपने लाडले का आखिरी बार चेहरा भी नहीं देख पाई मां, कोरोना ने ऐसे उजाड़ दी कोख
| Published : Apr 04 2020, 04:00 PM IST
अपने लाडले का आखिरी बार चेहरा भी नहीं देख पाई मां, कोरोना ने ऐसे उजाड़ दी कोख
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
19
कोरोना से मौत का शिकार हुए 13 साल के इस्माइल मोहम्मद अब्दुल वहाब को दफनाने के लिए लोगों ने पीपीई वाली पोशाक पहन रखी थी। उसका पूरा परिवार आइसोलेशन में रह रहा है।
29
इस्माइल मोहम्मद अब्दुल वहाब के अंतिम संस्कार को उसके चाचा और चचेरे भाइयों ने दो मीटर की दूरी से ही देखा। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा के पूरे इंतजाम कर रखे थे।
39
इटर्नल गार्डन्स के कब्रिस्तान में इस्माइल मोहम्मद अब्दुल वहाब के दफनाए जाने के दौरान लोग दूर-दूर खड़े थे।
49
इस्माइल मोहम्मद अब्दुल वहाब के दफनाए जाने के दौरान उसके सगे भाई मौजूद नहीं थे। वे भी कोरोना से पीड़ित हैं और आइसोलेशन में रह रहे हैं।
59
इस्माइल मोहम्मद अब्दुल वहाब के शव को कॉफीन में रखा गया है। मेडिकल स्टाफ उसे कब्रिस्तान में ले जाने के लिए गाड़ी में रखते हुए।
69
कब्र की खुदाई करने के बाद इस्माइल मोहम्मद अब्दुल वहाब को दफनाने के लिए लोग ले जा रहे हैं। सुरक्षा के लिहाज से सभी ने पीपीई पोशाक पहन रखी है।
79
कब्रिस्तान में शव पहुंचाने के बाद सभी लोग काफी दूर-दूर खड़े नजर आ रहे हैं।
89
कब्र में शव को उतारते हेल्थ वर्कर्स। मृतक इस्माइल मोहम्मद अब्दुल वहाब के चचेर भाई दूर खड़े नजर आ रहे हैं।
99
इटर्नल गार्डन्स के कब्रिस्तान का एक दृश्य। अपने बेटे के अंतिम संस्कार को मां ने ऑनलाइन देखा। मृतक से सगे भाई भी अंतिम संस्कार में नहीं आ सके।