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अरबों-करोड़ों खर्च कर भी जो काम सरकार नहीं कर पाई, वो 1 महीने के लॉकडाउन ने कर दिखाया, दिल छू लेंगी ये तस्वीरें
हटके डेस्क: कोरोना वायरस ने दुनिया के कई देशों को लॉकडाउन कर दिया है। कोरोना, वो वायरस, जिसकी शुरुआत चीन से हुई। एक-एक कर इस वायरस ने दुनिया के कई देशों को अपनी चपेट में ले लिया। अब हालात ऐसे हो गए हैं कि दुनिया का शायद कोई ऐसा हिस्सा होगा, जहां इसका कहर नहीं देखा जा रहा। कोरोना ने 28 लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर दिया है। जल्द ही मौतों का आंकड़ा भी दो लाख पहुंच जाएगा। भारत में 24 मार्च से लॉकडाउन लगाया गया है। यानी एक महीने में ही ये खबर मिलना कि गंगा का पानी पीने लायक शुद्ध हो गया है, तो समझा जा सकता है कि इंसानों के घर में बंद रहने से प्रकृति की हालत कितनी सुधरी है। आज हम आपको दिखाने जा रहे हैं, भारत सहित दुनिया ने लॉकडाउन में क्या बदलाव देखे हैं...
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बेंगलुरु का वृषभवथी नदी पहले फैक्ट्रीज से निकली गंदगी के कारण झाग से भरी रहती थी। लेकिन अब सालों बाद लोगों ने इस नदी के पानी को साफ़ देखा है।
लॉस एंजिलिस की बात करें, तो लॉकडाउन ने यहां की हवा काफी साफ़ कर दी। पहले गाड़ियों से निकले धुंए के कारण शहर का नजारा धुंधला दिखता था लेकिन अब सब साफ-साफ़ नजर आता है।
हरिद्वार को धर्म के नाम पर गंदा कर दिया गया। दुनिया एक कई कोनों से पर्यटक यहां आते थे और सड़कों पर गाड़ियां ही गाड़ियां नजर आती थी। लॉकडाउन में अब यहां की सड़कें खाली हो गई और सांभर हिरन की एक प्रजाति घूमते नजर आई।
वेल्स के लैंडयुन्डो में सड़कों पर सिर्फ लोगों की भीड़ नजर आती थी। अब यहां पहाड़ों से उतरे जंगली बकरे आराम से घूमते नजर आ रहे हैं।
मुंबई, यानी मायानगरी, जहां रास्ता पार करना भी काफी टफ जॉब है, वहां के जेजे फ्लाईओवर पर पहले गाड़ियों का रेला नजर आता था। लेकिन अब यहां सड़कों पर मोर नजर आ रहे हैं।
मियामी के बीचेस काफी गंदे हो गए थे। लॉकडाउन में अब इसका पानी काफी साफ़ हो गया है। हालांकि, अब यहां लॉकडाउन हटने के बाद फिर से लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है।
साउथ अफ्रीका के क्रुगर नेशनल पार्क में शेरों को देखना दुर्लभ हो गया था। लॉकडाउन में अब यहां सड़कों पर ही शेर आराम करते नजर आ रहे हैं।
साइंटिस्ट ने दावा किया है कि गंगा का पानी सालों बाद इतना साफ़ हो चुके है कि इसे पीया जा सकता है।
मुंबई के तलावे वेटलैंड में कई सालों से माइग्रेटरी पक्षी आते रहते थे। लेकिन प्रदुषण का ेलवेल बढ़ने से इनकी संख्या में कमी आ गई थी। लेकिन अब लॉकडाउन में इनकी संख्या काफी बढ़ गई है।
तिरुपति मंदिर की आसपास की सड़कें हमेशा से बसों से भरी रहती थी। हवा उतनी ही गन्दी और सड़क पर सिर्फ भीड़। लेकिन अब यहां सड़कों पर भालू घूमते नजर आ रहे हैं।