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Bangladesh हिंसा: इस एक सेल्फी के जरिये इकबाल तक पहुंची पुलिस, उसे पकड़वाने जासूस बन गए 3 दोस्त
ढाका. दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान रखकर बांग्लादेश में साम्प्रदायिक हिंसा(communal violence) फैलाने वाले मुख्य आरोपी 35 वर्षीय इकबाल हुसैन को पकड़ने के पीछे एक दिलचस्प कहानी सामने आई है। हिंसा भड़काने के बाद आरोपी समुद्र बीच पर एंजॉय कर रहा था। इसी दौरान वो वहां मौजूद कुछ अंजान लड़कों के ग्रुप में शामिल होकर मौज-मस्ती करने लगा। लेकिन उसे नहीं मालूम था कि ये लड़के उसे पकड़वाने के लिए पुलिस के साथ मिलकर प्लानिंग कर रहे हैं। ये सभी लड़के आपस में दोस्त हैं। बता दें कि बांग्लादेश में मंदिरों में तोड़फोड़ के विरोध में इस्कॉन संस्था ने 23 अक्टूबर को 150 देशों में प्रदर्शन का ऐलान किया है। पढ़िए कैसे पकड़ा गया इकबाल...
| Published : Oct 23 2021, 09:31 AM IST / Updated: Oct 23 2021, 11:10 AM IST
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इकबाल को पकड़वाने में बांग्लादेश छात्र लीग( Bangladesh Chhatra League) से जुड़े तीन दोस्तों का बड़ा योगदान रहा। ये हैं अनिक रहमान, मेहदी हसन मिशु और सैफुल इस्लाम सैफ। इनमें अनिक और मिशु चौमुहानी गवर्नमेंट एसए कॉलेज(Chowmuhani Government SA College) में मास्टर्स के स्टूडेंट हैं। ये लोग 19 अक्टूबर को छुट्टी मनाने कॉक्स बाजार(Cox’s Bazar) आए हुए थे। अगले दिन सैफ भी उनके साथ शामिल हो गया। जब ये और इनके 3 अन्य दोस्त यानी 6 लोग दोपहर में दरियानगर समुद्र तट पर बैठे थे और कोरस(chorus) में गाना गा रहे थे, तभी उन्होंने देखा कि इकबाल उनके पास आया और खुद भी उनके साथ गाना गाने लगा। होटल पहुंचने के बाद जब इन दोस्तों ने टीवी और फेसबुक पर इकबाल की फोटो देखी, तब उन्हें इसका पता चला।
(इसी सेल्फी के चक्कर में धरा गया इकबाल)
इकबाल के साथ फोटो लिया और पुलिस को भेज दिया
संयोग्य से शाम को तीनों दोस्तों को सुगंधा बीच(Sugandha Beach) पर फिर से इकबाल टकरा गया। जब इन्हें पक्का यकीन हो गया कि ये आदमी ही साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने का वांछित है, तब उन्होंने मस्ती-मस्ती में उसके साथ सेल्फी ली। फिर उसे नोआखली पुलिस(Noakhali police) को ये फोटो भेज दी। इसके बाद नोआखली पुलिस ने कोमिला पुलिस को बताया। कोमिला पुलिस ने कॉक्स बाजार पुलिस को इत्तला दी। इस दौरान इन दोस्तों ने इकबाल को अपने साथ रोके रखा। उसे खिलाया-पिलाया, जब तक पुलिस नहीं पहुंच गई। नोआखली (बेगमगंज सर्कल) के सहायक पुलिस अधीक्षक शाह इमरान ने कहा कि उन्हें गुरुवार रात तीन लोगों ने इकबाल के ठिकाने के बारे में बताया गया था।
दंगे के मुख्य आरोपी इकबाल हुसैन(Iqbal Hossain) ने पुलिस की पूछताछ में अपना जुर्म कबूल किया है। हालांकि इकबाल ने यह नहीं बताया कि उसके इस जुर्म में वो अकेला था या कोई और लोग भी शामिल थे।
इकबाल द्वारा दुर्गा पूजा स्थल पर कुरान(Quran) रखने के बाद इकराम हुसैन नामक शख्स ने 999 पर कॉल करके इस बारे में बताया था। इस सूचना के बाद कोतवाली पुलिस के ओसी अनवारुल अजीम( OC Anwarul Azim) चंद मिनटों में ही सादे कपड़ों में मौके पर पहुंच गए थे।
बांग्लादेश के प्रमुख मीडिया dhakatribune.com के अनुसार, पुलिस ने जब पूजास्थल के CCTV फुटेज खंगाले तो आरोपी उसमें कैप्चर हुआ। कोमिला SP फारूक अहमद के अनुसार इकबाल ड्रग एडिक्ट(drug addict) है और आवारा घूमता है। पुलिस अब यह पता करने की कोशिश कर रही है कि उसका कहीं किसी पार्टी से राजनीति संबंध तो नहीं है। CCTV में आरोपी एक मस्जिद से कुरान लेकर दुर्गा पूजा स्थल की ओर जाते दिखाई दिया था। बाद में उसे अपने हाथ में हनुमानजी की स्टाइल में गदा (लाठी) लेकर चलते देखा गया था।
कोमिल्ला शहर में हिंदुओं के खिलाफ 13 अक्टूबर से शुरू हुई हिंसा 17 अक्टूबर तक पूरे बांग्लादेश में चलती रही थी। इस दौरान मंदिरों में तोड़फोड़ की गई और घरों को आग लगा दी गई थी।
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