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चलते-फिरते टैंक जैसी इस कार ने बचा ली राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की जान, जोरदार धमाके के साथ फट गया था टायर
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व्लादिमीर पुतिन लग्जरी लिमोसिन ऑरस सीनेट में सफर करते हैं। उनपर पिछले दिनों हमला हुआ था। एक रूसी टेलीग्राम चैनल जनरल एसवीआर की रिपोर्ट के अनुसार पुतिन की कार के आगे के बाएं पहिए में जोरदार धमाका हुआ था। धमाके के बाद बहुत अधिक धुआं फैल गया था। आमतौर पर कार के टायर फटने पर इस तरह धुआं नहीं निकलता।
धमाके में एक टायर के फट जाने के बाद भी कार सुरक्षित रूप से चलती रही। चंद सेकंड के लिए कार लहराई थी, लेकिन ड्राइवर ने उसपर नियंत्रण पा लिया। इसके बाद पुतिन को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ।
चैनल ने अनुसार रूसी राष्ट्रपति पर हमले के खतरे को देखते हुए नकली काफिला भी इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह के काफिले में सभी कार असली काफिले के समान होते हैं। उसी तरह के प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है। अंतर इतना होता है कि काफिले की किसी कार में पुतिन सवार नहीं होते।
एक ऐसे ही बैकअप काफिले में पुतिन अपने आधिकारिक आवास पर लौट रहे थे। इस काफिले में चार बुलेटप्रूफ कारें शामिल थीं। पुतिन तीसरी कार में सवार थे। हमलावर को पता था कि पुतिन किस कार में सवार थे। पुतिन अपने घर लौट रहे थे तभी कार के अगले पहिए में धमाका हो गया।
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सुरक्षा फीचर से लैस होने के चलते कार धमाके के बाद भी चलती रही और राष्ट्रपति को सुरक्षित रूप से उनके घर पहुंचा दिया गया। हमला किस दिन और किस समय हुआ इसके बारे में जानकारी सामने नहीं आई है। पुतिन पर हमले के बाद राष्ट्रपति के अंगरक्षक (सेवा) के प्रमुख और कई अन्य लोगों को निलंबित कर दिया गया है। कई अधिकारियों को हिरासत में लिया गया है।
राष्ट्रपति सुरक्षा सेवा से जुड़े कुछ ही अधिकारियों को यह पता होता है कि पुतिन कब कहां जाने वाले हैं? घटना के बाद इनमें से तीन अधिकारी गायब हो गए हैं। ये अधिकारी काफिले की पहली कार में सवार थे। रूस की सुरक्षा एजेंसियां इन तीनों अधिकारियों की तलाश कर रही हैं। वे जिस कार में सवार थे वह कुछ किलोमीटर दूर लावारिस हालत में मिली है।
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