तालिबान बोला: महिलाएं घर में रहकर बच्चे करें पैदा, उनका यही काम
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दरअसल, अफगानिस्तान में तालिबान सरकार बनाने जा रहा है। 15 अगस्त को तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान की सत्ता पर नियंत्रण स्थापित कर लिया था। इसके पहले यहां के राष्ट्रपति अशरफ गनी रातों रात भाग गए थे। आलम यह कि राष्ट्रपति के बाद यहां के तमाम बड़े नेता, मंत्री, अधिकारी पलायन कर गए थे।
अब तालिबान यहां सरकार बनाने जा रहा है। उसने 33 मंत्रियों के नामों की घोषणा भी की है। लेकिन इस मंत्रिमंडल में एक भी महिला शामिल नहीं है।
अफगानिस्तान में अलग-अलग जगहों पर अपने अधिकार की मांग को लेकर महिलाएं लगातार प्रदर्शन कर रही हैं। प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए तालिबान क्रूर व्यवहार कर रहा है। लेकिन महिलाएं उनकी बंदूकों से डरे बिना सड़कों पर उतर रही हैं।
तालिबान सरकार के आंतरिक(गृह) मंत्रालय ने अफगानिस्तान में कई दिनों से जारी प्रदर्शनों को समाप्त कराने के लिए शासनादेश जारी किया है। आंतरिक मंत्री ने आदेश में कहा है कि प्रदर्शन के लिए पूर्व अनुमति लेनी होगी।
अफगानिस्तान की हालिया रिपोर्ट बताती है कि जहां भी तालिबान पहुंचा वहां की महिलाओं की जिंदगी नर्क सी बना दी है। महिलाओं और लड़कियों की ऐसी हालत है कि वे पैर की उंगलियों को भी खुला नहीं छोड़ सकती है।
आंतरिक मंत्री ने आदेश में कहा है कि प्रदर्शन के लिए पूर्व अनुमति लेनी होगी। साथ ही उन्हें प्रदर्शन में लगने वाले नारों और बैनरों के लिए भी पहले ही मंजूरी लेनी होगी। मंत्रालय ने कहा कि सभी नागरिकों के लिए घोषणा की जाती है कि वे मौजूदा वक्त में किसी तरह का प्रदर्शन किसी भी नाम के तहत करने का प्रयास न करें।
दरअसल, काफी संख्या में महिलाएं काबुल की सड़कों पर लोग पाकिस्तान मुर्दाबाद, आजादी और सपोर्ट पंजशीर के नारे लगा रहे हैं। तालिबान अब गिरफ्तारियां व अन्य प्रकार की प्रताड़ना देने में लगा हुआ है। पाकिस्तान का विरोध करने वालीं अफगानस्तान सरकार में सलाहकार रहीं सारा सीरत को अरेस्ट कर लिया गया है।
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