सार

 हरियाणा के बरनाला इलाके से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां के 20 पोल्ट्री फार्म में 4 लाख से ज्यादा मुर्गियों की मौत हो गई। पशुपालन विभाग इस बारे में पता लगा रहा है कि रहस्यमय तरीके से इतनी संख्या में मुर्गियों की मरने की असली वजह क्या हो सकती है। हालांकि. इनकी मरने की वजह एवियन फ्लू बताया जा रहा है। लेकिन प्रशासन इसको मानने को तैयार नहीं है।


पंचकुला.  हरियाणा के बरनाला इलाके से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां के 20 पोल्ट्री फार्म में 4 लाख से ज्यादा मुर्गियों की मौत हो गई। पशुपालन विभाग इस बारे में पता लगा रहा है कि रहस्यमय तरीके से इतनी संख्या में मुर्गियों की मरने की असली वजह क्या हो सकती है। हालांकि. इनकी मरने की वजह एवियन फ्लू बताया जा रहा है। लेकिन प्रशासन इसको मानने को तैयार नहीं है।
 
सिर्फ 10 दिन में मर गईं लाखों मुर्गियां
दरअसल, इतनी संख्या में मुर्गिया यहां सिर्फ 10 में मरी हैं। मामला सामने आने के बाद से प्रशासन में हड़कंप मच गया है। मुर्गियों के मरने की वजह क्या है, इसकी जांच के लिए पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने मरी मुर्गियों के सैंपल जांच के लिए जालंधर की क्षेत्रीय रोग निदान प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। सैंपलों की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है।

100 से ज्यादा मुर्गी फार्म हुए खाली
बता दें कि हरियाणा के बरवाला क्षेत्र में रहस्यमयी तरीके से मुर्गियों की मौत का सिलसिला 5 दिसंबर से शुरू हुआ था। जब यहां के करीब 100 से ज्यादा मुर्गी फार्मों में मुर्गियों की मौत हो जाने के बाद अब पंचकूला जिला प्रशासन हरकत में आया है। जिसके बाद मर चुकी मुर्गियां 50 से ज्यादा सैम्पल जांच के लिए जालंधर की लैबोरेट्री में भेजे गए हैं।

हरकत में आई सरकार ने दिए ये आदेश
मामले सामने आने के बाद राज्य सराकर ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पाद बाजार, खेतों, जलाशयों और प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखी जानी चाहिए। साथ ही यहां पर लोगों का आना जाना भी बंद किया जाए।

पेड़ के पक्षियों की भी हो रही मौत
बरवाला के आसपास के गांवों के लोगों का दावा है कि ना सिर्फ पोल्ट्री फॉर्म में मुर्गियों के चूजे मर रहे हैं। बल्कि जो पेड़ पर सामान्य पक्षी है उनकी भी पिछले कुछ दिनों में संदिग्ध तरीके से मौत होने के मामले सामने आए हैं।