सार
सरपंची के चुनाव की तैयारी कर रहे शख्स के गांव का आरक्षण महिला सीट तय हो गया। उसकी शादी पहले से फरवरी में होना तय थी। लेकिन आरक्षण में सीट महिला होते ही उसने आनन-फानन में कोर्ट मैरिज करके अपनी पत्नी को घर ले आया। अब अपने पत्नी को ही वह चुनाव मैदान में सरपंची लड़ाएगा।
रोहतक(Haryana). हरियाणा में पंचायत चुनाव की तिथियां घोषित हो गई हैं। चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे दावेदार भागदौड़ में लगे हुए हैं। इसी बीच एक ऐसा मामला सामने आया जिसे जिसने भी सुना वह अपनी हंसी नहीं रोक सका। दरअसल यहां सरपंची के चुनाव की तैयारी कर रहे शख्स के गांव का आरक्षण महिला सीट तय हो गया। उसकी शादी पहले से फरवरी में होना तय थी। लेकिन आरक्षण में सीट महिला होते ही उसने आनन-फानन में कोर्ट मैरिज करके अपनी पत्नी को घर ले आया। अब अपने पत्नी को ही वह चुनाव मैदान में सरपंची लड़ाएगा।
मामला रोहतक के गांव रिठाल नरवाल का है। यहां के रहने वाले मोहित नरवाल के पिता का करीब चार साल पहले निधन हो गया था। मोहित के परिवार में उसकी दो बहनें हैं, जो शादीशुदा हैं। मोहित गांव से सरपंची का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था। इसी बीच आरक्षण के लिए ड्रा घोषित होने हुआ तो उसके गांव के सीट महिला हो गई। जिस पर मोहित के अरमानों पर पानी फिर गया। जिसके बाद मोहित ने एक नायाब तरकीब निकाली।
16 फरवरी को तय थी शादी
इसी साल मार्च में मोहित का रिश्ता गुरुग्राम के पटौदी निवासी सोनी के साथ तय हुआ। शादी की तारीख 16 फरवरी 2023 रखी गई थी। शादी की तारीख इतने दिन बाद इसलिए रखी गई कि मोहित का मामा कनाडा में रहते हैं और वे 10 फरवरी को आएंगे। शादी में दुल्हन की विदाई के लिए हेलीकाप्टर भी बुक किया गया था। दोनों के परिवार शादी की तैयारियों में लगे थे। मोहित सरपंच का चुनाव लड़ना चाहता था, लेकिन 24 सितंबर को पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव का ड्रा निकलते ही अरमानों पर पानी फिर गया, क्योंकि गांव की सरपंच की सीट महिला आरक्षित हो गई।
पांच माह पहले ही कोर्ट मैरिज कर घर लाया दुल्हन
सरपंच की सीट महिला आरक्षित हो पर अंतिम समय में मोहित और सोनी की कोर्ट मैरिज कराने का फैसला लिया गया। क्योंकि मोहित के परिवार में महिला के तौर पर सिर्फ उसकी मां थीं और वह चुनाव मैदान में उतरने की योग्यता पूरी नहीं कर पा रही थीं। 27 सितंबर को रोहतक में दोनों की कोर्ट मैरिज करा दी गई। मोहित और उसकी पत्नी 12वीं पास है। मोहित का कहना है कि कोर्ट मैरिज के बाद पत्नी के आधार कार्ड में बदलाव करा दिया गया है। अब उसके अन्य दस्तावेज पूरे कराए जा रहे हैं।
पुरानी तिथि पर फिर होगी शादी
मोहित का कहना है कि सरपंच के चुनाव की वजह से भले ही उन्हें अभी कोर्ट मैरिज करनी पड़ी हो, लेकिन दोनों परिवारों की इच्छा का मान रखते हुए 16 फरवरी को निर्धारित मुहूर्त पर वे दोनों पूरे रीति-रिवाज के साथ शादी के बंधन में बंधेंगे। 16 फरवरी को वह फिर से अपनी पत्नी को हेलीकाप्टर से विदा कराकर घर लाएगा ।