सार
अंबाला नगर निगम सीट से हरियाणा जन चेतना पार्टी की प्रत्याशी शक्ति रानी शर्मा ने जीत हासिल की है। उन्होंने राज्य में भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी बीजेपी की प्रत्याशी वंदना शर्मा को हराया है।
अंबाला. हरियाणा में 27 दिसंबर को संपन्न हुए नगर निकाय चुनावों के परिणाम आने शुरु हो गए हैं। नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन के बीच हरियाणा में यह पहला चुनाव था। जिसका असर प्रदेश की खट्टर सरकर पर दिखाई दे रहा है। 7 शहरी निकायों के मतदान की मतगणना जारी है। शुरुआती गिनती में बीजेपी पिछड़ती हुई नजर आ रही है। सोनीपत में कांग्रेस ने जीत हासिल की है तो वहीं अंबाला से एक महिला मेयर पद के लिए चुनी गईं।
नहीं चल सका खट्टर सरकार का जादू
अंबाला नगर निगम सीट से हरियाणा जन चेतना पार्टी की प्रत्याशी शक्ति रानी शर्मा ने जीत हासिल की है। उन्होंने राज्य में भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी बीजेपी की प्रत्याशी वंदना शर्मा को 7114 वोटों से हराया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री की पत्नी हैं रानी शर्मा
शक्ति रानी शर्मा का भी राजनीतिक बैकग्राउंड भी काफी अच्छा है, उनके पति विनोद शर्मा पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। जीत के बाद विनाद शर्मा ने कहा कि ये पार्टी की नहीं बल्कि जनता की जीत है।
बीजेपी प्रत्याशी को इतनी वोटों से दी मात
बता दें कि रानी शर्मा ने अपनी जीत का श्रेय अंबाला की जनता को दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार होने के बाद उन्हें जिताया है वह शहर को आगे लेकर जाएंगी। यहां की जनता की हर परेशानी को दूर करूंगी।
अनिल विज के इलाके में मारी सेंध
अंबाला हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का इलाका माना जाता है। बता दें कि विज यहां के कद्दावर नेता हैं, ऐसे में राजनीतिक विश्लेषकों लग रहा था कि अंबाला की सीट तो बीजेपी ही जीतेगी। लेकिन सारे दांव उल्टे पड़ गए और शक्ति रानी शर्मा ने मेयर का चुनाव जीत लिया है। रानी के जीतने के बाद से बीजेपी के साथ-साथ विज की भी किरकिरी हो रही है।