सार
29 साल की डॉ. पायल छाबड़ा भारतीय सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा में18वीं रैंक हासिल की है। पायल अब भारतीय सेना में एक सर्जन के तौर पर अपनी सेवाएं देंगी।
कैथल (हरियामा). भारत की बेटियां भी अब किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है। वह खेल के मैदान से लेकर भारतीय सेना में भी अपना परचम लहरा रही हैं। ऐसा ही कमाल कर दिखाया है, हरियाणा की एक छोरी ने जो आज इंडियन आर्मी में कैप्टन बनने जा रही है। बता दें कि पूरे देश से 30 बेटियों को सेना में इन पदों पर नियुक्ति मिली है।
भारतीय सेना में सर्जन बनी पायल
दरअसल, हम जिस होनहार बेटी की बात कर रहे हैं वह 29 साल की डॉ. पायल छाबड़ा है। जिसने भारतीय सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा में18वीं रैंक हासिल की है। पायल अब भारतीय सेना में एक सर्जन के तौर पर अपनी सेवाएं देंगी। बता दें कि पायल ने करनाल में राजकीय कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग में बतौर सीनियर रेजिडेंट पर तैनात हैं।
माता-पिता से लेकर भैया-भाभी सब डॉक्टर
बता दें कि पायल डॉक्टर परिवार से तालुक रखती हैं। उनके पिता राजेंद्र कुमार और मां वीना भी डॉक्टर हैं। वहीं पायल के भाई संजीव छाबड़ा और भाभी सलोनी भी डॉक्टर हैं। लेकिन पूरा परिवार बेटी की इस सफलता से बेहद खुश है। उनका कहना है कि हमे इस बात पर बहुत गर्व है कि बेटी पायल भारतीय सेना में जवानों की सेवा करेगी। इसके अलावा पायल के आसपास वाले और रिश्तेदारों का बधाई देने वालों का तांता लग रहा है।