सार

माता-पिता को अपने बच्चों को पिज्जा के लिए डांटना महंगा पड़ गया। नाराज बच्चों ने घर की तिजोरीखाली की और उसे लेकर बस से शिमला घूमने निकल पड़े। हांलाकि पुलिस समय रहते एक्टिव हुई और दोनों बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया गया।

पंचकूला (Haryana).  बदलते दौर में अपने बच्चों को कण्ट्रोल में रखना हर मां बाप के लिए चुनौती बनता जा रहा है। हरियाणा में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। यहां एक माता-पिता को अपने बच्चों को पिज्जा के लिए डांटना महंगा पड़ गया। नाराज बच्चों ने घर की तिजोरीखाली की और उसे लेकर बस से शिमला घूमने निकल पड़े। हांलाकि पुलिस समय रहते एक्टिव हुई और दोनों बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक पंचकूला के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सेक्टर 19 से दो नाबालिग भाई घर से लापता हो गए । घर में रखे 65000 रूपए भी गायब थे। परिजनों ने बच्चों के गुमशुदा होने की सूचना पुलिस चौकी, सेक्टर 19, पंचकूला को दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस ने तुरंत एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट से संपर्क साधा और सारे मामले की जानकारी दी। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने बच्चों की जानकारी व फोटो प्राप्त कर  उन्हें ढूंढने में लग गई। टीम द्वारा दोनों बच्चों के फोटो, आस पास के राज्यों के विभिन्न सोशल मीडिया ग्रुपों में भेज दिए।

हिमाचल प्रदेश में मिले बच्चे 
सोशल मीडिया पर मेसेज देखकर शिमला हिमाचल प्रदेश के चाइल्ड केयर सेंटर की चेयरपर्सन ने जानकारी दी कि यह दोनों बच्चे हमारे पास सकुशल है और ओपन सेंटर होम में रह रहे है। यह बच्चे शिमला पुलिस को मिले थे और इनके बैग में लगभग  65000 भी रिकवर किये गए हैं। नाबालिग भाइयों के सकुशल जानकारी मिलते ही यह सूचना चौकी इंचार्ज राममेहर, सेक्टर 19 को दी गयी। जिसके बाद उन्होंने बच्चों के परिजनों को इसकी जानकारी दी। 

पिज्जा के लिए डांट पड़ने पर घर से भागे थे बच्चे 
क्राइम ब्रांच मुख्यालय में गुमशुदा बच्चों को वीडियो कॉलिंग के जरिए उनके पिता पवन कुमार से बात करवाई गई। इस तरह पुलिस की सक्रियता से 18 घंटे से लापता बच्चों को मात्र 20 मिनट में सकुशल ढूंढ दिया। बच्चों से बात करने के बाद पिता पवन ने बताया कि बच्चों ने फोन के द्वारा पिज्जा ऑर्डर किया था, तो उस पर थोड़ा डांट दिया गया था जिसके कारण बच्चे घर में बैग में रखे  65000 रुपए निकाल कर लेकर शिमला घूमने के लिए चले गए। शिमला चाइल्ड वेलफेयर कमिटी ने परिवार को 4 तारीख को शिमला पहुँचने को कहा है जहाँ बच्चे को परिवार के सुपुर्द कर दिए जाएंगे।