सार

ड्रग्स तस्कर युवाओं को नशे की लत लगाने कैसे-कैसे जतन कर रहे, यह मामला इसी का उदाहरण है। यह महिला अपने एरिया में पूज्यनीय थी। यह माता की चौकी लगाती थी। मोहल्ला-पड़ोस के लोग आते और इसकी संगत में खुद को धन्य महसूस करते। लेकिन जब पुलिस ने पकड़ा, तब मालूम चला कि इसकी संगत अच्छी नहीं बुरी थी। खासकर, युवाओं को इसने बिगाड़ने का काम कर रही थी। 

करनाल, हरियाणा. उड़ता पंजाब का असर समीपवर्ती राज्यों में भी देखा जा रहा है। हालांकि पुलिस की लगातार छापामार कार्रवाई से ड्रग्स तस्करों (drug Smuggling) का रैकेट टूटने लगे हैं, लिहाजा वे युवाओं को नशे की लत लगाने नये-नये तौर-तरीके अपना रहे हैं। ड्रग्स तस्कर युवाओं को नशे की लत लगाने कैसे-कैसे जतन कर रहे, यह मामला इसी का उदाहरण है। यह महिला अपने एरिया में पूज्यनीय थी। यह माता की चौकी लगाती थी। मोहल्ला-पड़ोस के लोग आते और इसकी संगत में खुद को धन्य महसूस करते। लेकिन जब पुलिस ने पकड़ा, तब मालूम चला कि इसकी संगत अच्छी नहीं बुरी थी। खासकर, युवाओं को इसने बिगाड़ने का काम कर रही थी। 

माता की चौकी लगाकर देती थी नशा...
एंटी नारकोटिक सेल (Anti narcotic cell) को सूचना मिली थी कि रामपुरा थाना सफीदों गांव की रहने वाली परमजीत कौर पत्नी दलेर सिंह माता की चौकी लगाती है। लेकिन इसकी आड़ में युवाओं को नशा बेचती है। हैरानी की बात यह है कि वो चौकी के जरिये लोगों को नशे के खिलाफ खड़े होने का संदेश देती थी। लेकिन बाद में युवाओं को नशा बेचती थी। सेल के इंचार्ज निरीक्षक मोहन लाल ने बताया कि महिला ने ड्रग्स बेचने के लिए यह तरीका अपनाया था। इससे लोगों को उस पर शक नहीं होता था। महिला के कब्जे से 1.220 किलोग्राम चूरापोस्त बरामद किया गया। उसके खिलाफ असंध थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया गया।


ऐसे चल रहा था घर खर्च
महिला ने बताया कि वो घर खर्च चलाने यह काम कर रही थी। वह पंजाब से सस्ते में चूरापोस्त खरीदकर लाती थी। इसके बाद करनाल और बाकी जिलों में सप्लाई कर देती थी। वह हर इतवार को माता की चौकी लगाती थी। यहां से वो अपने नये ग्राहक ढूंढती थी।