सार

वायु प्रदूषण (Air pollution) गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। यह घातक दिल के दौरे और स्ट्रोक को भी ट्रिगर कर सकता है। नए शोध में इसे लेकर हैरान करने वाला खुलासा हुआ हैं। शोधकर्ताओं ने इसे लेकर लोगों को चेतावनी भी दी हैं। 

हेल्थ डेस्क.हम वर्तमान में जहरीली हवा के बीच जीने को मजबूर हैं। भारत समेत पूरी दुनिया में एयर पॉल्यूशन के गंभीर समस्या बनी हुई हैं। वायु प्रदूषण गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता जा रहा हैं। हार्ट से जुड़ी बीमारियां इसकी वजह से हो सकती है। हाल में हुए शोध में वायु प्रदूषण से जुड़ी डरावनी बात सामने आई है, जिसे नजरअंदाज करने की भूल करना भारी पड़ सकता है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी (जेएसीसी) के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, वायु प्रदूषण घातक दिल के दौरे और स्ट्रोक को ट्रिगर कर सकता है।

एयर पॉल्यूशन से दिल की बीमारी से पीड़ित के लिए डबल खतरा

लंबे समय तक वायु प्रदूषण के संपर्क में रहने से उन लोगों में हृदय संबंधी विकारों (cardiovascular disorders) का खतरा बढ़ जाता है जिन्हें पहले से ही दिल की बीमारी है। शोध के मुताबिक जहरीली हवा के अधिक संपर्क से पहले से ही दिल की बीमारी से पीड़ित लोगों में रक्त वाहिकाओं का संकुचन हो सकता है।धमनियां अचानक, अस्थायी रूप से सिकुड़ सकती हैं, जिससे दिल का दौरा पड़ सकता है।

287 रोगियों पर किया गया विश्लेषण

शोध में गैर-अवरोधक कोरोनरी धमनी रोग (Non-Obstructive Coronary Artery Disease) या एनओसीएडी से पीड़ित 287 रोगियों का विश्लेषण किया गया। रोम के एक अस्पताल में मरीजों की कोरोनरी एंजियोग्राफी हुई, उन्हें यह जांचने के लिए एक दवा का इंजेक्शन लगाया गया कि कोरोनरी धमनियां हाइपर-रेस्पॉन्सिव हैं या नहीं।

जो लोग ज्यादा एयर पॉल्यूशन में थे उनका टेस्ट पॉजिटिव था

शोधकर्ताओं ने पाया कि एनओसीएडी से पीड़ित 176 करीब 61 प्रतिशत रोगियों का  उत्तेजना परीक्षण (provocation test) पॉजिटिव था। 
अध्ययन में आगे कहा गया है कि पॉजिटिव प्रोवोकेशन टेस्ट वाले रोगियों  PM2.5 (Particulate Matter)और PM10 के हाई लेबल संपर्क में थे। जबकि नेगेटिव प्रोवोकेशन टेस्ट वाले रोगी एयर पॉल्यूशन के संपर्क में इस लेबल पर नहीं थे।

पहली बार हुआ ये शोध

जेएसीसी के अध्ययन में कहा गया है, 'हमारा अध्ययन पहली बार लॉन्ग टर्म एयर पॉल्यूशन और हृदय की रक्त वाहिकाओं का संकुचन या फैलाव
 के बीच संबंध को दिखाता है। जो मायोकार्डियल इस्किमिया (हृदय की मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह की कमी) को निर्धारित करने में पॉल्यूशन के संभावित भूमिका के बारे में बताता है।

हर पांच में से एक मौत एयर पॉल्यूशन की वजह से होती है

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार,एयर पॉल्यूसन की वजह से हर साल 4.2 मिलियन लोगों की मौत उम्र से पहले होती है। इतना ही नहीं हार्ट डिजिज से होने वाली 5 में से एक 1 मौत गंदी हवा के कारण होती है। जिसे हाई ब्लड प्रेशर, तंबाकू के उपयोग और खराब आहार के बाद मौत के लिए चौथा सबसे बड़ा जोखिम कारक माना जाता है।

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