सार
चीन में कोरोना ने कहर बरपा रखा है। जिसकी वजह से भारत समेत दुनिया के दूसरे मुल्क भी डरे हुए हैं। नए साल के शुरुआत से पहले भारत के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई हैं। कोरोना क्या भारत में भी तबाही मचाएगा इसे लेकर लोगों के मन का डर ये सुनकर खत्म हो जाएगा।
हेल्थ डेस्क. चीन से कोरोना वायरस (Coronavirus) से जुड़ी जिस तरह की खबरें सामने आ रही हैं, इसे देखकर भारत समेत कई देश दहशत में हैं। क्या यहां फिर से कोविड 19 (Covid-19) लोगों को अपना शिकार बनाएगा, ये सवाल सबके मन में हैं। केंद्र और राज्य सरकार ने एतिहातन कई आदेश जारी किए हैं। लेकिन इस बीच एक राहत देने वाली खबर सामने आई है। एक उच्च संक्रामक रोग विशेषज्ञ ने कहा कि अगले दो महीनों में इस बीमारी के बड़े पैमाने पर फैलने की संभावना कम है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कोविड पूरी तरह समाप्त हो जाएगा ऐसा भी नहीं है।
कोविड पूरी तरह नहीं होगा खत्म
कश्मीर के एसकेआईएमएस अस्पताल के निदेशक डॉ परवेज कौल ने बताया कि अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रॉन स्ट्रेन जिनमें ज्यादातर बीएफ.7 (BF.7) हैं जिससे चीन सहित कई देशों में कोरोनावायरस के मामले बढ़ गए हैं। यह अनिश्चित है कि कब तक कोविड एक endemic बन जाएगा, लेकिन यह संभावना नहीं है कि यह पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। हम कभी-कभी इसके प्रकोप देख सकते हैं अगर नए म्यूटेशन सामने आते हैं। जैसे की अभी चीन में देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगले दो से तीन महीनों में कोरोना का प्रकोप इंडिया पर नहीं होगा।
बूस्टर डोज जरूर लगवाएं
इसके साथ ही कौल ने कहा कि उच्च जोखिम वाले लोगों को बूस्टर खुराक के लिए जाना पड़ सकता है। अगर प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होगी तो इसका असर ज्यादा नहीं होगा। उन्होंने आगे कहा कि जिन लोगों ने एहतियाती (बूस्टर) खुराक नहीं ली है, उन्हें जरूर लेनी चाहिए। सरकार के गाइडलाइंस को फॉलो करें।
मॉडल गलत भी हो सकते हैं
इस सप्ताह की शुरुआत में, कौल ने कहा था कि विश्वसनीय एजेंसियों के मॉडलिंग डेटा से जम्मू-कश्मीर में किसी भी बड़ी कोविड लहर की उम्मीद नहीं है।विश्वसनीय एजेंसियों (जैसे वाशिंगटन विश्वविद्यालय से) के मॉडलिंग डेटा ने जम्मू-कश्मीर (जम्मू और कश्मीर) में आने वाले हफ्तों के लिए वायरस के कम प्रसार की भविष्यवाणी की है, लेकिन मॉडल बहुत गलत हो सकते है, ये बात एसकेआईएमएस अस्पताल के निदेशक ने कही थी।
अफसोस जताने से अच्छा है सुरक्षित रहिए
उन्होंने कहा, ‘इसलिए परामर्शों के अनुसार शांति रखिए, नियमित सावधानी बरतिए और अगर टीका नहीं लगवाया है तो लगवा लीजिए। कृपया घबराहट नहीं फैलाएं। सुरक्षा से बचाव होता है। अफसोस जताने के बजाय सुरक्षित रहना बेहतर।’
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