सार

कैंसर से हर साल पूरी दुनिया में 90 लाख से ज्यादा लोगों की मौत होती है। भारत की बात करें तो यहां हर 10 में से 7 कैंसर पेशेंट इस दुनिया को अलविदा कह जाता है। इस जानलेवा बीमारी को खुद से दूर भाग सकते हैं। इसके लिए बस हमें खुद पर थोड़ा सा वक्त देना होगा यानि एक्सरसाइज का सहारा लेना होगा। रिसर्च में इसका खुलासा हुआ है।

हेल्थ डेस्क. कैंसर (cancer) के पूरी दुनिया में हर साल करोड़ों मामले सामने आते हैं। जबकि लाखों लोगों की इस जानलेवा बीमारी से जान चली जाती हैं। ब्रेस्ट कैंसर, माउथ कैंसर,ओवरी कैंसर,फेफड़ों का कैंसर,ब्लड कैंसर और अमाशय कैंसर के प्रकार हैं। सबसे ज्यादा भारत में ब्रेस्ट कैंसर से मौत होती है।भारत में कैंसर से होने वाली मौत विकसित देशों से दोगुनी हैं। वजह कई हैं। लेकिन हम बात यहां कैंसर से बचाव की करने जा रहे हैं। लाइफस्टाइल में अगर हम थोड़ा सा बदलाव करें तो कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं। वो बदलाव है एक्सरसाइज। हम में से ज्यादातर लोग एक्सरसाइज को तव्वजो नहीं देते हैं। लेकिन नए रिसर्च में जो बात सामने आई है उसे जानने के बाद सप्ताह में तीन दिन एक्सरसाइज के लिए वक्त तो जरूर ही निकाल लेंगे।

कैंसर का एक्सरसाइज से कैसे जुड़ा कनेक्शन?

विशेषज्ञों की एक टीम ने सिफारिश की है कि एक्सरसाइज कैंसर को रोक सकता है। इतना ही नहीं जो लोग इससे जूझ रहे हैं उन्हें भी फायदा पहुंचाता है। उन्होंने सप्ताह में दो से तीन बार वेट लिफ्टिंगऔर 30 मिनट एरोबिक एक्सरसाइज करने की सलाह दी है। विशेषज्ञों के अनुसार एक्सरसाइज सूजन को कम करने, हेल्दी वेट और इम्यून सिस्टम मजबूत करने में मदद करता है। उनकी मानें तो एक्सरसाइज और कैंसर के बीच संबंधों का नजरिया वह है जहां यह दशकों पहले दिल के स्वास्थ्य के लिए आया था।

हार्ट पेशेंट को एक्सरसाइज करने की सलाह दी गई थी

उन्होंने बताया कि जब दिल का दौरा पड़ने वाले मरीज को बिस्तर से उठकर एक्सरसाइज की सलाह दी थी तो काफी आलोचना हुई थी। लेकिन अब इसे मान्यता मिल गई है। दिल को हेल्दी रखने और उसका फंक्शन ठीक से हो तो एक्सरसाइज करना जरूरी है। इसी तरह अब डॉक्टर कैंसर को भी देखते हैं।

एक्सरसाइज से शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं

विशेषज्ञों की टीम ने बताया कि मैलिग्नेंट मेसोथेलियोमा कैंसर, ब्रेस्ट, कोलन या प्रोस्टेट कैंसर वाले रोगियों के लिए एक्सरसाइज प्रतिकूल प्रभावों को कम करके जीवन रहने की दर के साथ-साथ जीवन की क्वालिटी में बढ़ोतरी कर सकता है। ऐसे कई विशिष्ट तरीके हैं जिनसे व्यायाम कैंसर की रोकथाम को बढ़ावा देता है। इसमें वे तरीके शामिल हैं जिनसे व्यायाम सूजन को कम करता है, बल्ड शुगर और सेक्स हार्मोन को नियंत्रित करने में सहायता करता है, मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और  इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।अध्ययन से पता चला है कि व्यायाम से कैंसर होने की संभावना कम होती है।

एक्सरसाइज मोटापा को दूर करके कैंसर के जोखिम को कम करता है

हेल्दी वेट को बनाए रखने का एक तरीका एक्सरसाइज हैं जो कैंसर के खतरे को म कर सकता है। शारीरिक एक्सरसाइज का शरीर के वजन की परवाह किए बैगर कई जैविक प्रक्रियाओं का इफेक्ट पड़ता है। उदाहरण के के लिए एक्सरसाइज कम इंसुलिन और एस्ट्रोजन के स्तर से जुड़ा हुआ है दोनों ही कुछ कैंसर के जोखिम की संभावना को कम कर सकते हैं। इसके साथ मोटापा कम करके कैंसर के जोखिम को संभावित रूप से बदल सकते हैं।

कैंसर पेशेंट हर वीक में तीन दिन 30 मिनट का एक्सरसाइज करें

शोधकर्ताओं ने कैंसर रोगियों को प्रति सप्ताह दो से तीन बार स्ट्रेंथ ट्रेनिंग वेट के साथ करने की सलाह दी है। वहीं सप्ताह में तीन बार 30 मिनट की एरोबिक करने को कहा है।सप्ताह में तीन बार 30 मिनट व्यायाम करने की सलाह लगभग हर जगह प्रभावी दिखाई दी।

कैंसर को दूर रखने के लिए एक्सरसाइज की ये होनी चाहिए मात्रा

कैंसर की रोकथाम के लिए जनरल फीजिकल एक्टिविटी गाइडलाइन के मुताबिक  प्रत्येक सप्ताह कम से कम 150 मिनट के मध्यम व्यायाम(moderate exercise)  या 75 मिनट के ज़ोरदार व्यायाम (strenuous exercise)के लिए कहते हैं।अमेरिकन कैंसर सोसाइटी में महामारी विज्ञान अनुसंधान के वरिष्ठ वैज्ञानिक निदेशक अल्पा पटेल के अनुसार हम कैंसर की रोकथाम के लिए कितनी एक्सरसाइज करनी चाहिए उसका आइडिल टाइम तो नहीं जानते। लेकिन आप जितना इसे करेंगे उतना बेहतर होगा।

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