सार
मेनोपॉज के बाद अक्सर ज्यादातर महिलाओं का वजन बढ़ता है। वजन अगर ज्यादा बढ़ने लगे तो कई तरह की दिक्कत होने लगती है। ऐसे भी मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
हेल्थ डेस्क। आम तौर पर 50 से लेकर 52 साल की उम्र में महिलाओं को मेनोपॉज हो जाता है। मेनोपॉज का मतलब है कि इसके बाद उन्हें पीरियड्स नहीं होते और वे प्रेग्नेंट नहीं हो सकती हैं। मेनोपॉज होने के पहले उनके शरीर में कई तरह के हार्मोनल चेंज होने लगते हैं। मेनोपॉज के बाद अक्सर ज्यादातर महिलाओं का वजन बढ़ता है। वजन अगर ज्यादा बढ़ने लगे तो कई तरह की दिक्कत होने लगती है। ऐसे भी मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जानें मेनोपॉज के दौरान होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के दौरान किन बातों का खास ख्याल रखें।
1. मसालेदार खाना
मेनोपॉज के दौरान मसालेदार खाने से परहेज करना चाहिए। इससे हॉट फ्लैश और बहुत ज्यादा पसीना आने की समस्या होने लगती है। इसके साथ ही, प्रोसेस्ड फूड से भी परहेज करें। इनमें सोडियम काफी मात्रा में होता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और दिल की बीमारियां पैदा हो सकती हैं।
2. एल्कोहल
मेनोपॉज के दौरान एल्कोहल का यूज करने करने से हॉट फ्लैशेज, सिर दर्द और पसीना आने जैसी समस्याएं ज्यादा होती हैं। इसलिए एल्कोहल का इस्तेमाल किसी रूप में नहीं करना चाहिए। एल्कोहल से वजन भी बढ़ता है। जो महिलाएं स्मोकिंग करती हैं, उन्हें भी इससे बचना चाहिए।
3. एक्सरसाइज
मेनोपॉज के दौरान एक्सरसाइज रेग्युलर करना चाहिए। साथ ही, शारीरिक गतिविधि भी बनाए रखनी चाहिए। इससे एक्स्ट्रा फैट बर्न होता है और वजन कंट्रोल में रहता है। एक्सरसाइज करने से मन भी खुश रहता है।
4. हेल्दी डाइट
मेनोपॉज के दौरान और बाद में भी बैलेंस्ड हेल्दी डाइट लें। तेल-मसाले वाली चीजें नहीं खाएं। फाइबर वाली चीजें और फल ज्यादा खाएं। रेड मीट खाने से बचें। मछली खा सकती हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां जरूर खाएं। प्रोटीन वाले आहार ज्यादा लें।
5. पर्याप्त नींद लें
पूरी नींद लेना हर हाल में जरूरी है। मेनोपॉज के बाद कई बार फ्लैशेज आने से नींद आने में दिक्कत होती है। ऐसे में, ठंडे पानी से मुंह धोएं। कोशिश करें कि 6-7 घंटे की नींद लें। इससे मूड फ्रेश रहेगा और तनाव नहीं होगा।