सार
किडनी शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। यह रक्त को फिल्टर कर शुद्ध करता है। कई कारणों से किडनी की बीमारी हो सकती है। इसके लक्षणों को लेकर जागरूक रहना चाहिए।
हेल्थ डेस्क। किडनी शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। यह रक्त को फिल्टर कर उससे नुकसानदेह तत्वों को अलग कर बाहर निकालती है। कई कारणों से किडनी खराब होने लगती है, लेकिन इसका पता नहीं चल पाता। हर किडनी में करीब 10 लाख ब्लड फिल्टरिंग यूनिट्स होती हैं, जिन्हें नेफ्रोन कहा जाता है। कई वजहों से इन नेफ्रॉन्स को नुकसान पहुंच सकता है और किडनी से संबंधित बीमारी हो सकती है। वैसे जब एक किडनी काम करना बंद कर देती है, तो दूसरी किडनी सामान्य रूप से काम करती रहती है। लेकिन जब दोनों किडनी की कार्यक्षमता 75 प्रतिशत से कम हो जाती है, तब रोग के लक्षण तेजी से उभरने लगते हैं और समस्या गंभीर हो जाती है। किडनी की बीमारी के कई स्टेज होते हैं, जिन्हें पहले समझ पाना मुश्किल होता है। जब किडनी की बीमारी क्रॉनिक हो जाती है और लास्ट स्टेज में पहुंच जाती है तो किडनी के फेल होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में किडनी ट्रांसप्लान्टेशन के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं रह जाता। जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की बीमारी होती है, उन्हें क्रॉनिक किडनी डिजीज होने की संभावना ज्यादा होती है। अगर किडनी खराब होने के लक्षणों के बारे में पहले से जानकारी हो तो इससे काफी हद तक बचाव संभव है। जानें किया हैं किडनी फेल होने के सामान्य लक्षण।
1. पेशाब संबंधी समस्या
किडनी की बीमारी होने पर पेशाब संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। पेशाब में खून आने लगता है। पेशाब की मात्रा में कमी होने लगती है। रात में जल्दी-जल्दी पेशाब आने लगता है। पेशाब का रंग गहरा हो जाता है। इसके अलावा पेशाब के जरिए प्रोटीन निकलने लगता है।
2. सूजन
अगर पैर, हाथ और घुटने पर ज्यादा सूजन हो तो यह भी किडनी की बीमारी का लक्षण है। इसे एडिमा कहते हैं। इसके बढ़ जाने पर चेहरे पर भी सूजन आ जाती है।
3. थकान और दर्द
जब बिना ज्यादा मेहनत किए ज्यादा थकान और शरीर में दर्द महसूस हो तो यह भी किडनी की बीमारी का लक्षण हो सकता है। इसमें सिर में भी तेज दर्द होता है।
4. शरीर के वजन में बदलाव
अगर अचानक शरीर का वजन बढ़ने लगे या घट जाए तो दोनों स्थितियों में सावधान हो जाना चाहिए। यह किडनी की बीमारी का लक्षण हो सकता है।
5. खुजली
अगर शरीर में खुजली होती हो और त्वचा में रूखापन बढ़ जाए तो यह भी किडनी रोग का एक लक्षण हो सकता है। लेकिन ऐसा सामान्य तौर पर भी होता है। सामान्य तौर पर होने वाली खुजली दवाई से खत्म हो जाती है, पर किडनी रोग होने पर जो खुजली होती है, वह जल्दी ठीक नहीं होती।
6. मांसपेशियों से जुड़ी दिक्कत
किडनी रोग होने पर मांसपेशियों में ऐंठन और झनझनाटह होती है। कई बार ऐसा सामान्य कमजोरी की वजह से भी होता है, पर हमेशा ऐसा हो तो सावधान हो जाना चाहिए।
7. भूख कम लगना
किडनी रोग होने पर भूख कम लगती है और खाने के प्रति अरुचि हो जाती है। यहां तक कि मरीज को पानी पीने का मन भी नहीं करता। उसे पानी में कोई स्वाद महसूस नहीं होता और मुंह अंदर से सूखा लगता है।
8. मेंटल अवेयरनेस में कमी
किडनी में समस्या होने पर मेंटल अवेयरनेस में भी कमी आ जाती है। व्यक्ति मानसिक तौर पर सतर्क नहीं रह पाता। उसे किसी चीज पर ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत होने लगती है।
इनके अलावा भी ऐसे कई लक्षण हैं जिनसे किडनी की बीमारी होने के संकेत मिलते हैं। इन लक्षणों के होने पर व्यक्ति को सतर्क हो जाना चाहिए।