सार

ब्रेस्ट कैंसर के बाद ओवेरियन कैंसर (OVARIAN cancer) दूसरी बड़ी बीमारी है जो महिलाओं की जान लेती है। ओवरी कैंसर का लक्षण अंतिम स्टेज पर जाकर पता चलता है। यूके में हुए कैंसर रिसर्च में सामने आया है कि हर साल यहां 4000 से ज्यादा लोग इस 'साइलेंट किलर' बीमारी की वजह से जिंदगी खो देते हैं। अगर इसकी पहचान शुरुआत में हो जाए तो फिर इससे बचना संभव है।
 

हेल्थ डेस्क. कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो इंसान को मौत के मुंह में लेकर चली जाती है। वक्त रहते अगर इलाज होता है तो बचने की संभावना होती है। लेकिन अंतिम स्टेज पर बचना मुमकीन नहीं होता है। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर और ओवरी कैंसर ज्यादा होते हैं। ब्रेस्ट कैंसर इनकी जिंदगी को खत्म करने में पहले स्थान पर होती है, जबकि  ओवेरियन कैंसर दूसरे स्थान पर है। एक महिला को अपने जीवनकाल में ओवेरियन कैंसर होने का जोखिम 78 में से लगभग 1 है। ओवरी कैंसर के लक्षण शुरुआत में नहीं पता चल पाते हैं। ये धीरे-धीरे ओवरी में फैलता हैं। लास्ट स्टेज में इसके लक्षण दिखने शुरू होते हैं।

शरीर में हो रहे नए बदलाव को देखना जरूरी 

हालांकि अगर शुरुआत में कुछ चीजों पर गौर करते हैं तो इसका पता लग सकता है। बेहतर स्वास्थ्य परिणाम पाने के लिए इस बीमारी के लक्षणों को तुरंत पहचानना जरूरी होती है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के विशेषज्ञों का कहना है कि बीमारी के लक्षण तभी विकसित होते हैं जब वो खतरनाक चरण में पहुंच गया होता है। हालांकि हमें हमेशा अपने शरीर में होने वाले किसी भी नए बदलाव के बारे में पता होना चाहिए।विशेषज्ञों का कहना है कि ओवरी कैंसर का एक लक्षण भोजन के दौरान भी नोटिस किया जा सकता है।

पेट का भरा हुआ महसूस करना ओवरी कैंसर का लक्षण

द सन से बात करते हुए लंदन स्थित जीपी डॉ स्टेफ़नी ओई ने कहा, 'कुछ महिलाओं को भूख में कमी या अपना भोजन खत्म करने में असमर्थता दिखाई दे सकती है।' कुछ शुरुआती लक्षणों में पेट में सूजन या पेट भरा हुआ महसूस करना भी शामिल हो सकता है। आपको ऐसा लगता है कि पेट भरा है, बहुत अधिक भोजन कर लिया हो जैसे। इसके साथ ही बिना किसी कारण वजन कम होना भी इस बीमारी का रेड अलर्ट है।

पीठ दर्द समेत इन लक्षणों पर भी करना चाहिए गौर

इसके अलावा पीठ या पेट में दर्द, सेक्स के दौरान दर्द भी शुरुआती लक्षणों में से एक हैं। इसके अलावा ज्यादा पेशाब का आना। वैसे इन में से कोई भी लक्षण होने का यह मतलब नहीं कि आप ओवरी कैंसर से पीड़ित हैं। लेकिन यह चिंता का विषय है और आपको डॉक्टर से तुरंत बात करनी चाहिए और टेस्ट कराना चाहिए। यूके में ओवरी कैंसर छठा सबसे आम कैंसर हैं। हर साल लगभग 7,500 नए मामले सामने आते हैं।कैंसर रिसर्च यूके की मानें तो 4 हजार लोगों की जान इससे हर साल चली जाती है। 

50 की उम्र की महिलाओं में ओवरी कैंसर होने की आशंका ज्यादा होती है। क्योंकि वो मेनोपॉज से गुजर चुकी होती है। अक्टूबर में प्रकाशित शोध में देखा गया कि महज 3 प्रतिशत महिलाएं ही लक्षणों को पहचानने में कामयाब रहीं। इसलिए महिलाओं में जागरुकता फैलाना जरूरी है। 

ओवरी कैंसर का इलाज 

सर्जरी - यह शरीर से कैंसर कोशिकाओं को हटाने के लिए किया जाता है। अक्सर इसमें इसमें अंडाशय, फैलोपियन ट्यूब और दोनों ओवरी को हटाना शामिल होता है।

कीमोथेरेपी - यह अक्सर सर्जरी के बाद किया जाता है। बचे हुए कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए दवा का उपयोग करके किया जाता है।  कभी-कभी इसे सर्जरी से पहले कैंसर को सिकोड़ने की विधि के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।यदि कैंसर शरीर के चारों ओर बहुत दूर तक फैल गया है, तो उपचार का उद्देश्य लक्षणों को कम करने और जितना संभव हो सके कैंसर को नियंत्रित करने में मदद करता है।

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