सार

उर्फी जावेद दुबई ट्रिप के दौरान हॉस्पिटलाइज हो गई। चेकअप के बाद पता चला कि वो एक गंभीर बीमारी की चपेट में आ गई हैं। उस बीमारी का नाम हैं लैरींगाइटिस (laryngitis)। आइए जानते हैं इस बीमारी के बारे में और इसके लक्षण और ट्रीटमेंट क्या है।

हेल्थ डेस्क. अजीबो गरीब ड्रेस पहनने और बेहद ही बोल्ड अदाएं दिखाने वाली उर्फी जावेद (urfi javed) को दुबई ट्रिप के दौरान अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। जांच में पता चला कि वो लैरींगाइटिस (laryngitis) नामक बीमारी की शिकार हो गई हैं। अदाकारा ने खुद इस बात की खबर अपने फैंस को दी। कई लोगों को इस बीमारी के बारे में पता नहीं होगा, तो चलिए बताते हैं इस गंभीर बीमारी के बारे में।

दरअसल, लैरींगाइटिस बीमारी गले के कनेक्टेड है। इस बीमारी में वोकल कॉर्ड्स में सूजन आ जाती हैं। जिसकी वजह से बोलने में परेशानी होती हैं। आवाज फटने लगता है। गले में दर्द भी रहता है। हालांकि यह बीमारी अपने आप ठीक हो जाती है। डॉक्टर की मानें तो 7 दिन के अंदर ये खुद ब खुद ठीक हो जाती है। लेकिन जब यह गंभीर स्थिति में पहुंच जाती है तो फिर ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है।

लक्षण-
बोलने में परेशानी होना
गले में खराश
गले में दर्द होना
आवाज का फट जाना
आवाज निकलना बंद हो जाना

लैरींगाइटिस का ट्रीटमेंट 

लैरींगाइटिस अपने आप ठीक हो सकती है। यह केवल कुछ दिनों तक रहता है। लक्षण सात दिन के भीतर खत्म हो जाते हैं। लेकिन अगर गले में जलन या भी खराश के लक्षण तीन सप्ताह से अधिक समय तक बने रहते हैं तो इसे क्रोनिक लैरींगाइटिस माना जाता है। इसके बाद तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। मरीज का डॉक्टर ब्लड टेस्ट करते हैं और एक्सरे के जरिए बीमारी कितनी गंभीर है उसका पता लगाते हैं। इसके बाद एंटीबायोटिक दवाओं और आंटी-इनफ्लमेटरी ‎दवाओं चलाते हैं। 

घरेलू उपचार

घरेलू उपचार भी इस बीमारी में कर सकते हैं। गुनगुने पानी में नमक डालकर गरारा करना।ज्यादा बोलने से बचना।  बहुत सारे लिक्विड डाइट लेना शामिल होता है।

इन चीजों से होता है बचना

लैरींगाइटिस के शिकार मरीज को शराब सेवन करने से मना कर दिया जाता है। धूम्रपान बंद करने की सलाह डॉक्टर देते हैं। इतना ही नहीं, अगले कुछ हफ्तों तक सांस की ‎स्टेरॉयड दवाओं के उपयोग की भी सलाह नहीं दी जाती है, जैसे अस्थमा इन्हेलर।

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